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Bihar में सरकार बनने पर वक्फ संशोधन विधेयक को कुड़ेदान में फेंक देंगे: Tejasvi Yadav

वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ तेजस्वी यादव का कड़ा रुख

11:03 AM Apr 05, 2025 IST | Vikas Julana

वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ तेजस्वी यादव का कड़ा रुख

bihar में सरकार बनने पर वक्फ संशोधन विधेयक को कुड़ेदान में फेंक देंगे  tejasvi yadav

तेजस्वी यादव ने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल के विरोध को मजबूत करते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस संविधान विरोधी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने वादा किया कि बिहार में सरकार बनने पर इस विधेयक को लागू नहीं होने देंगे और इसे कोर्ट में चुनौती देंगे।

बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय के कर्पूरी सभागार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो.मनोज कुमार झा, पूर्व मंत्री मो. शहनवाज आलम, डॉ. मो.शमीम अहमद, विधायक अख्तरूल इस्लाम शाहीन, विधान पार्षद कारी सोहैब, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व विधायक डॉ. अनवर आलम, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद सहित अन्य नेताओं के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल ने लोकसभा और राज्यसभा में अपनी बातें पूरी मजबूती के साथ रखी और कड़ा विरोध करके इसके खिलाफ वोट दिया।

श्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जो लोग मुसलमानो का हितैषी होने का ढोंग करते हैं उनका पोल खुल गया है। बिहार में जब हमारी सरकार बनेगी तो वक्फ संशोधन विधेयक को किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे और इसे कुड़ेदान में फेंक दिया जायेगा। वक्फ संशोधन विधेयक असंवैधानिक बिल है और इसमें संविधान का आर्टिकल 26 का उल्लंघन किया गया है। भाजपा और आरएसएस लगातार संविधान विरोधी कार्य कर रही है और देश के लोगों को बांटना चाहती है। इस तरह का कार्य वो अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए कर रही है। इस तरह के अन्यायपूर्ण बिल के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल कोर्ट में गया है और सदन से लेकर सड़क और कोर्ट तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।

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राष्ट्रीय जनता दल सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता के वसूलों पर रहते हुए इस बिल के खिलाफ पूरी मजबूती से श्री लालू प्रसाद जी के नेतृत्व में इसका विरोध करती रहेगी और किसी भी कीमत पर देश के संविधान के खिलाफ जो कार्य केन्द्र सरकार के द्वारा किये जा रहे हैं उसको आगे नहीं बढ़ने देगी। इन्होंने आगे कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री अचेता अवस्था में हैं। मुख्यमंत्री जी सहित जो स्वयं को सेक्युलर लीडर कहते रहे हैं और जो सेक्युलर पार्टी खुद को कहती रही है उसका पर्दाफाश हो गया। ये लोग विचार धारा की राजनीति नहीं बल्कि कहीं न कहीं नरेन्द्र मोदी के पक्ष में खड़े होकर उनका विश्वास जीतने में लगे रहे।

लेकिन ऐसे लोगों को समझना चाहिए कि मुसलमानों का हितैषी होने का ढोंग करने से कुछ नहीं होगा। जिस तरह से 65 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था को भाजपा ने रूकवाया उसके खिलाफ पिछड़ा, अतिपिछड़ा, दलित, आदिवासी को दीर्घकालीन लाभ के लिए सोचना चाहिए और ऐसे मामलों में इस बात को समझना चाहिए कि भाजपा दलित, पिछड़ा, आदिवासी, अतिपिछड़ा के विरोध की राजनीति करती है और उनके हक और अधिकार को रोकना चाहती है। इनका असली निशाना कहीं न कहीं शोषित, वंचित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा, दलित, आदिवासी के हित और अधिकार पर है और ये मुसलमानों के बहाने आपके अधिकार को छीनना चाहते हैं, ये बात हमसभी को समझनी होगी।

तेजस्वी जी ने आगे कहा कि मुसलमानों को खुलेआम गाली देने वाले और संसद में मुसलमानों को मुल्ला कहने वाले, मुसलमानों के हित की बात कब से करने लगे जबकि प्रधानमंत्री कपड़ों से पहचानने, घुसपैठिये, ज्यादा बच्चा पैदा करने वाले, मंगल सूत्र छीनने वाले और मुजरा जैसी बातें करके ये बता दिया है कि भाजपा की सोच क्या है और जो लोग उनके साथ खड़े हैं वो कहीं न कहीं मुसलमानों के हितों का नुकसान कर रहे हैं।

इन्होंने कहा कि जनता दल यू, भाजपा के अल्पसंख्यक विरोधी प्रकोष्ठ के तौर पर काम कर रही है। जब इतना महत्वपूर्ण विषय सामने है तो मुख्यमंत्री जी वक्फ संशोधन विधेयक पर एक शब्द नहीं बोल रहे हैं और चुप्पी साध लिये हैं। मुख्यमंत्री का एक भी शब्द नहीं बोलना और महत्वपूर्ण विषयों पर चुप्पी से ऐसा लग रहा है कि सरकार कैसे चल रही है। आज जो जदयू के मुस्लिम नेताओं को पद बचाने की धमकी और लोभ देकर जो बैठाया गया है उसकी पोल खुल गई है क्योंकि सच और सच्चाई का वो लोग सामना नहीं कर पाये और आधा अधूरा ही अपनी बात रख जाये। जो लोग भी बैठे हुए थे ऐसा लग रहा था कि उनको थोप कर बैठाया गया है और सभी लोग मुंह लटकाये बैठे हुए थे। राष्ट्रीय जनता दल जेपीसी के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल के समक्ष 18 प्वाइंट के साथ मजबूती से रखा है और इसके लिए ईमेल भी किया गया है। जो लोग ऐसी बातें कर रहे हैं उनको अपनी बात बतानी चाहिए कि वो किसके साथ खड़े हैं।

मंडल वाले दलित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा, आदिवासी का भला नहीं चाहते हैं इनलोगों ने मंडल कमीशन के समय कमंडल रथ को देखा है कि किस तरह से उनके हक और अधिकार को ये छीनना चाहते थे और जब 65 प्रतिशत आरक्षण बिहार में महागठबंधन सरकार ने लागू किया और नौवीं अनुसूची में डालने के लिए प्रस्ताव भेजा तो इसी कमंडलवादी राजनीति करने वालों ने मंडल वाले का अधिकार छीना और 16 प्रतिशत आरक्षण की चोरी की है। एक बात समझ लेना चाहिए कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद जी हमेशा वक्फ की मजबूती के लिए कार्य किये हैं और उनका स्पष्ट सोच रहा है कि ऐसे गैर संवैधानिक कार्यों के खिलाफ हमसभी मजबूती से लड़ाई को आगे बढ़ायें। सभी लोगों ने देखा कि लालू प्रसाद जी बीमार रहते हुए भी वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ आयोजित धरने में शामिल हुए।

श्री तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बिहार में दो-दो उपमुख्यमंत्री हैं लेकिन इनका कार्य क्या है। मुंगेर में अधिकारियों के माध्यम से मटन और खाना परोसा जा रहा था और इस तरह के कामो में सी.ओ और बीडीओ शामिल थे। किस तरह से अधिकारियों का मनोबल गिराया जा रहा है यह स्पष्ट रूप से दीख रहा है।

जबकि दूसरे उपमुख्यमंत्री इतना असमर्थ हैं कि एक थानेदार को हटाने के लिए आग्रह पर आग्रह कर रहे हैं और खुलकर बोल भी नहीं पा रहे हैं। इस तरह की स्थिति और परिस्थिति सरकार के दो-दो उपमुख्यमंत्री की है। जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यू की स्थिति यह है कि नीतीश कुमार का फोटो हटाकर बिहार सरकार के विज्ञापन में नरेन्द्र मोदी का फोटो लगाया जा रहा है। ये लोग जैसे-तैसे चुनाव तक नीतीश जी को साथ रखेंगे लेकिन चुनाव बाद क्या होगा यह स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है।

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