राष्ट्रपति को चेतवानी देने के बाद आखिरकार इजराइल ने सीरिया पर किया हमला! उड़ा दिया सेना का मुख्यालय
इजराइल ने सीरिया के राष्ट्रपति को खत्म करने के ऐलान के बाद आखिरकार हमला कर दिया है. ये हमला सीरिया की राजधानी दमिश्क में किया गया है. इस हमले में सीरियाई सेना मुख्यालय और रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाया गया. जानकारी के अनुसार, यह हमला ड्रोन और बम के जरिए किया गया, जिससे राजधानी में धुएं के गुब्बार देखे गए.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली सेना (IDF) ने बताया कि यह हमला ड्रूज समुदाय पर किए गए हमले का बदला था. टॉइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, इजराइल ने सीधे दमिश्क के रक्षा मंत्रालय और आर्मी मुख्यालय पर हमला कर दोनों इमारतों को भारी नुकसान पहुँचाया है.
इजराइल ने दी थी धमकी
इससे पहले सीरिया में जारी गृहयुद्ध के बीच इजराइल के मंत्री अमीचाई चिक्ली ने एक बड़ा और चौंकाने वाला बयान दिया था. उन्होंने सीरिया के कार्यकारी राष्ट्रपति अहमद अल-शरा को सीधे तौर पर धमकी दी थी. चिक्ली ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा था कि शरा का अंजाम भी वही होगा जो हमास के प्रमुख का हुआ था.
इजराइल -सीरिया के बीच होगी जंग?
15 जुलाई को इजराइल और सीरिया के बीच ड्रूज मुद्दे पर एक समझौता हुआ था. लेकिन सिर्फ 24 घंटे के अंदर ही इजराइल ने हमला कर दिया, जिससे तनाव और बढ़ गया है. अब सवाल उठ रहा है कि क्या ये विवाद अब खुले युद्ध में बदल जाएगा? सीरियाई सेना का कहना है कि इजराइल के ड्रोन ने दमिश्क के उमय्यद स्क्वायर के आसपास हमला किया. अभी तक हुए नुकसान का पूरा आंकलन नहीं हुआ है, लेकिन कुछ लोगों की मौत की खबर है.
हमले के वक्त कोर्ट में थे नेतन्याहू?
जब ये हमला हुआ, उस समय इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तेल अवीव की एक अदालत में कतरगेट मामले की सुनवाई में शामिल थे. जैसे ही हमले की खबर कोर्ट में पहुँची, सुनवाई स्थगित कर दी गई, और नेतन्याहू तुरंत वार रूम की मीटिंग में चले गए.
हमले के बाद आगे क्या होगा?
सीरिया की नई सरकार को तुर्की और सऊदी अरब का करीबी माना जाता है. राष्ट्रपति अल-शरा और सऊदी क्राउन प्रिंस के रिश्ते भी मजबूत बताए जा रहे हैं. अमेरिका ने भी हाल ही में अल-शरा को समर्थन दिया है और शांति समझौते की बात कही थी. लेकिन अब जब इजराइल ने हमला कर दिया है, तो यह सवाल उठ रहा है कि आगे की स्थिति क्या होगी? अमेरिका दोनों देशों के करीब है और सीजफायर की अपील भी कर चुका है, लेकिन यह हमला एक नया मोड़ ला सकता है.
इजराइल के लिए नया मोर्चा...
अगर सीरिया इस हमले का जवाब देता है या समझौता नहीं करता, तो इजराइल को एक और युद्ध में उतरना पड़ सकता है. इजराइल पहले ही गाजा, ईरान, यमन और लेबनान में सक्रिय रूप से शामिल रहा है, और अब सीरिया में तनाव बढ़ने से एक और संघर्ष की संभावना बढ़ गई है.