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मोदी..शी की ब्राजील में बैठक के बाद भारत, चीन अगले दौर की सीमा वार्ता करने पर हुए सहमत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात के बाद भारत और चीन सीमा मुद्दे को लेकर एक और बैठक करने पर सहमत हुए हैं। यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में दी गई।

02:29 PM Nov 14, 2019 IST | Shera Rajput

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात के बाद भारत और चीन सीमा मुद्दे को लेकर एक और बैठक करने पर सहमत हुए हैं। यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में दी गई।

मोदी  शी की ब्राजील में बैठक के बाद भारत  चीन अगले दौर की सीमा वार्ता करने पर हुए सहमत
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ब्रासीलिया/बीजिंग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात के बाद भारत और चीन सीमा मुद्दे को लेकर एक और बैठक करने पर सहमत हुए हैं। यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में दी गई।
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विशेष प्रतिनिधियों राष्ट्रीय सुरक्षा सलाकार अजित डोभाल और उनके चीनी समकक्ष एवं चीन के विदेश मंत्री वांग यी के नेतृत्व में भारत..चीन सीमा वार्ता का 21वां दौर पिछले वर्ष नवम्बर में चीन के चेंगदू में हुआ था।
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विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी ने ‘‘उल्लेखित किया कि विशेष प्रतिनिधि सीमा मुद्दे पर एक और बैठक करेंगे और साथ ही उन्होंने सीमा क्षेत्रों में शांति एवं सुरक्षा बनाये रखने की जरूरत को दोहराया।’’
बयान में हालांकि यह नहीं बताया गया कि अगले दौर की सीमा वार्ता कब होगी
मोदी और शी 11वें ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील में हैं।
बातचीत के बाद दोनों ओर से जारी आधिकारिक बयानों के अनुसार 21वीं दौर की वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने सीमा विवाद के जल्द समाधान के लिए वार्ता को ‘‘गति देने’’ और इसे ‘‘आगे बढ़ाने’’ की प्रतिबद्धता जतायी थी।
दोनों पक्षों ने दोनों देशों की सेनाओं द्वारा जमीन पर सैनिकों के बीच संबंध सुधारने के लिए विभिन्न तंत्रों का इस्तेमाल करते हुए सीमा पर शांति बनाये रखने पर जोर दिया था।
विशेष प्रतिनिधि वार्ता उच्चतम स्तर का आधिकारिक स्तरीय मंच है जो न केवल सीमा मुद्दे के हल पर चर्चा करने बल्कि दोनों देशों से संबंधित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा करने के लिए अधिकृत है।
भारत और चीन सीमा विवाद में 3488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) शामिल है। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा होने का दावा करता है जबकि भारत इससे इनकार करता है।
दोनों ओर के अधिकारियों के अनुसार इस वर्ष वार्ता पिछले महीने शी की मामल्लापुरम में मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक बैठक के लिए चेन्नई की यात्रा से पहले सितम्बर में भारत में होने की उम्मीद थी। हालांकि यह ‘‘समय निर्धारण के मुद्दों’’ के चलते नहीं हो पायी।
बुधवार को ब्रासीलिया में मोदी और शी के बीच बैठक के बाद इस वार्ता के अब होने की उम्मीद है।
मामल्लापुर में मोदी के साथ शिखर बैठक के बाद शी ने कहा था, ‘‘हम सीमा मुद्दे का एक उचित समाधान का प्रयास करेंगे जो राजनीतिक दिशानिर्देश सिद्धांतों पर सहमति के अनुरूप दोनों पक्षों को स्वीकार्य हो।’’
उन्होंने चेन्नई में वार्ता के बाद जारी एक बयान में कहा था, ‘‘हमें एकदूसरे के मूल हितों से संबंधित मुद्दों से सावधानीपूर्वक निपटना चाहिए। फिलहाल के लिए हमें समस्याओं का उचित प्रबंधन करना चाहिए और उन्हें नियंत्रित करना चाहिए।’’
शी ने यह भी सुझाव दिया था कि दोनों देशों को सैन्य एवं सुरक्षा आदान प्रदान और सहयोग के स्तर में सुधार करना चाहिए।
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