सिद्धू मूसेवाला की मौत के बाद ऋचा चड्ढा ने उठाया सवाल, लॉरेंस बिश्नोई को लेकर कह डाली ये बड़ी बात !
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाद में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी भी ली। इसी बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने इस मामले मामले पर अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने सिद्धू मूसेवाला के लिए इंसाफ की मांग की और उन्होंने सरकार के सामने गंभीर सवाल उठाये।
04:19 PM Jun 08, 2022 IST | Desk Team
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाद में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी भी ली। आप को बता दे, लॉरेंस बिश्नोई ने जेल में बैठे- बैठे अपने काले मंसूबो का अंजाम दिया है। जिसके बाद पुलिस उनसे पूछताछ में जुटी हुई है। इसी बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने इस मामले मामले पर अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने सिद्धू मूसेवाला के लिए इंसाफ की मांग की और उन्होंने सरकार के सामने गंभीर सवाल उठाये।
Advertisement
बता दे, आज सिद्धू मूसेवाला का अंतिम भोग रखा गया, जहां उनके फैंस और चाहने वाले बड़ी संख्या में पहुंचे। इसे लेकर ऋचा ने ट्वीट किया, ‘मानसा से आने वाली हर तस्वीर मेरे दिल के हजार टुकड़े कर देती है। हालांकि ये दर्द सिर्फ पंजाबी ही समझ सकते हैं कि एक ऐसे युवक को खो देने का दुख क्या होता जो कौम के लिए इतना समर्पित था। जिन्होंने दूसरों को सपनों का पीछा करने के लिए प्रेरित किया, बेहतर बनें। लीजेंड्स कभी नहीं मरते।’
एक्ट्रेस इमोशनल तो नज़र आई ही साथ ही उन्होंने सबके सामने एक बड़ा सवाल कर डाला। उन्होंने इस बात पर ध्यान खींचने की कोशिश की कि कैसे सिद्धू मूसेवाला के पास सिर्फ 2 सुरक्षा गार्ड थे जबकि लॉरेंस बिश्नोई को 10 लोग प्रोटेक्ट कर रहे है। साथ ही उन्होंने कहा कि दिवंगत गायक के साथ हुए भेदभाव क्यों?
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “मूसेवाला की सुरक्षा के लिए केवल दो गार्ड क्यों थे और लॉरेंस बिश्नोई को जब पूछताछ के लिए लाया गया तो उन्हें 10 बॉडीगार्ड्स दिए गए, साथ ही दिल्ली पुलिस के सबसे डेंजरस बुलेटप्रुफ गाड़ी भी दी गई। ऋचा ने इसी भेदभाव को लेकर सवाल उठाया है।
बता दे, जिस दिन सिंगर की हत्या हुई थी उस दिन भी ऋचा ने उनकी मौत पर दुख जताया था, उन्होंने लिखा, “सुन्न, #सिद्धूमूसेवाला की हत्या से बहुत दुखी हूं। कोई शब्द काफी नहीं होगा। उनकी मां के बारे में सोचकर … दुनिया का सबसे खराब दर्द एक बच्चा खोना है। जट्ट दा मुक़ाबला दस मैनु किथे है? 28!”
Advertisement