फिजी के प्राचीन शिव मंदिर में तोड़फोड़ के बाद मचा बवाल, भारतीयों के बीच फैला आक्रोश
फिजी की राजधानी सुवा के एक ऐतिहासिक समबुला शिव मंदिर से तोड़फोड़ का मामला सामने आया है. यह घटना बीते दिन शुक्रवार की. इस घटना के बाद फिजी के पूर्व अटॉर्नी जनरल अयाज सईद खैयूम ने आरोप लगाया कि भारतीय-फिजियन समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है और सरकार इन मामलों को नजरअंदाज कर रही है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर में तोड़फोड़ के दौरान लगभग 100 साल पुरानी धार्मिक मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया. यह घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी और वायरल हुए एक वीडियो के ज़रिए सामने आई, जिसमें एक व्यक्ति मंदिर में घुसकर भगवान शिव समेत अन्य देवताओं की मूर्तियां तोड़ता दिखाई दे रहा है. इस घटना से हिंदू समुदाय में भारी आक्रोश है.
धार्मिक संगठनों की प्रतिक्रिया
फिजी की श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और सरकार से मांग की है कि सभी पूजा स्थलों की सुरक्षा बढ़ाई जाए. सभा के अध्यक्ष धीरेंद्र नंद ने बताया कि आरोपी ने मंदिर की दीवार फांद कर प्रवेश किया, दरवाजा तोड़ा और फिर लोहे की छड़ से मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया. उसने मंदिर के सेवक पर भी हमला करने की कोशिश की.
पुलिस कर रही है जांच
इस घटना ने फिजी के हिंदू समुदाय, जो देश की लगभग 24% आबादी है, को गहरा भावनात्मक और आध्यात्मिक आघात पहुँचाया है. हजारों श्रद्धालु इस घटना से दुखी और गुस्से में हैं. फिजी के पुलिस आयुक्त रुसियाते तुद्रवु ने घटना पर चिंता जताते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपी के इरादों का पता लगाया जा रहा है.
हिरासत में लिया गया आरोपी
आरोपी 28 वर्षीय सैमुएला तवाके को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे सुवा की मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस दौरान उसका मानसिक मूल्यांकन किया जाएगा.
पूर्व अटॉर्नी जनरल ने सरकार पर उठाए सवाल
पूर्व अटॉर्नी जनरल अयाज सईद खैयूम ने इस घटना पर प्रधानमंत्री सिटिवेनी राबुका की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि यह घृणा फैलाने वाला गंभीर अपराध है, फिर भी सरकार की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है. खैयूम का कहना है कि भारतीय-फिजियन समुदाय के पूजा स्थलों पर लगातार हमले हो रहे हैं, जिनमें से कई की तो रिपोर्ट भी नहीं की जाती.
शिक्षा मंत्री ने भी जताया दुख
फिजी के शिक्षा मंत्री और सोडेल्पा पार्टी के नेता असेरी राड्रोड्रो ने फेसबुक पर पोस्ट कर इस घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक और दुखद है कि कुछ युवाओं ने ऐसा कदम उठाया, जो देश में नस्लीय सौहार्द को नुकसान पहुंचा सकता है. उन्होंने ईसाई होने के नाते भी इस कृत्य पर गहरी चिंता व्यक्त की.