तुनिशा शर्मा के सेट पर सुसाइड करने के बाद FWICE के प्रेसिडेंट को कलाकारों की मेंटल हेल्थ की सता रही चिंता
टीवी एक्ट्रेस तुनिशा शर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए छोड़ कर चली गई। अभिनेत्री के निधन से पूरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री सदमे में है। एक्ट्रेस की मौत के बाद अब FWICE ने अहम और बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है।
टीवी एक्ट्रेस तुनिशा
शर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए छोड़ कर
चली गई। तुनिशा के सुसाइड मामले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। अभिनेत्री के
निधन से पूरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री सदमे में है और उनके परिवार वालों के गम का तो
शायद अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है। एक्ट्रेस की मौत के बाद अब FWICE ने अहम और बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है।
24 दिसंबर को जानी
मानी टीवी एक्ट्रेस तुनिशा शर्मा ने आत्महत्या करके अपनी जिंदगी खत्म कर ली। ये
खबर जैसे ही आई, किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि इतनी छोटी सी उम्र में तुनिषी
इतना बड़ा कदम उठा लेगी। बीते27 दिसंबर को तुनिशा
का लाल जोड़े में अंतिम संस्कार किया गया जहां उनकी मां की आंखों से आंसू रूकने का
नाम नहीं ले रहे थे और उनकी हालत किसी से भी देखी नहीं जा रही थी।
तुनिशा शर्मा की
मौत के बाद अब FWICE के प्रेसिडेंट बीएन
तिवारी का कहना है कि इंडस्ट्री के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी स्टार
ने फिल्म के सेट पर आत्महत्या की हो। साथ ही उनका कहना है कि फेडरेशन प्रोड्यूसर
बॉडी को लेटर लिखा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा न मिले।
बीएन तिवारी का
कहना है कि ये बहुत गलत हुआ है और इससे एक गलत प्रचलन की शुरूआत हो गई है। इसे
तत्काल रोकना जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम पहले
भी सेट पर जाती थी और लोगों से बातचीत करती थी, लेकिन अब टीम ने जब से
सेट पर जाना बंद कर दिया है, तब से लोग अपनी मनमर्जी चलाने लगे हैं। तुनिशा
के साथ जो हुआ अच्छा नहीं हुआ, मेकअप रूम में कैसे इतनी जगह हो सकती है कि कोई
सुसाइड कर ले और किसी को इसकी भनक भी न लगी हो। प्रोड्यूसर्स के साथ बातचीत में हम
इस बात को रखेंगे कि हमें अपनी टीम की मेंटल हेल्थ के बारे में भी ध्यान रखना
चाहिए।‘
इसके साथ ही FWICE के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी का कहना है कि तुनिशा
के इस कदम से सभी लोग काफी डरे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसे में हम बात करेंगे कि सेट पर कोई काउंसर हो और बच्चों
की समय-समय पर काउंसिलिंग की जाए। हर काउंसलर को आर्टिस्ट की मेडिकल रिपोर्ट की
जानकारी होनी चाहिए। उनसे समय-समय पर शूटिंग के टाइम फ्रेम और स्ट्रेस की भी
जानकारी होनी चाहिए।‘