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Ahmedabad Plane Crash: MAYDAY... MAYDAY हादसे से पहले पायलट ने क्यों दिया था ये सिग्नल; जानें यहां

अहमदाबाद विमान दुर्घटना: पायलट के सिग्नल का मतलब क्या था?

04:34 AM Jun 12, 2025 IST | Shivangi Shandilya

अहमदाबाद विमान दुर्घटना: पायलट के सिग्नल का मतलब क्या था?

अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश होना एक बड़ा हादसा है। विमान में 242 लोग सवार थे। हादसे से पहले पायलट ने ‘मेडे’ सिग्नल भेजा था, जो खतरे की स्थिति में दिया जाता है। हालांकि, कोई एक्शन लेने से पहले विमान क्रैश हो गया।

अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हुआ है। एयरपोर्ट से टेकऑफ के दौरान एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। हादसे के वक्त विमान में करीब 242 लोग सवार थे। विमान हादसे को लेकर कई तरह की जानकारी सामने आ रही है। सबसे अहम जानकारी कि हादसे से ठीक पहले पायलट ने करीबी ATC को सिग्नल भेजा था, जो कि खतरे के समय भेजा जाता है। हालांकि, कुछ एक्शन लेने से पहले विमान क्रैश हो गया।

कप्तान सुमित उड़ा रहे थे फ्लाइट

DCGA की तरफ से विमान हादसे की जानकारी दी गई है। 12 जून यानी आज एयर इंडिया का विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, टेकऑफ के तुरंत बाद ही क्रैश हो गया। इस विमान में 242 लोग सवार थे। जिसमें दो पायलट और 10 केबिन क्रू शामिल था। कैप्टन सुमित सभरवाल चला रहे थे, जबकि उनके साथ फर्स्ट अफसर क्लाइव कुंदर भी मौजूद थे. इतना ही नहीं कप्तान सुमित को 8200 घंटे फ्लाइट उड़ाने का अनुभव था, जबकि क्लाइव अभी तक 1100 घंटे फ्लाइट आवर का था।

मेडे कॉल पर नहीं मिला कोई सिग्नल

सबसे महत्वपूर्ण जानकारी जो दी गई है वो ये है कि इस विमान ने अहमदाबाद एयरपोर्ट के रनवे 23 से दोपहर 1.39 बजे उड़ान भरी थी। उड़ान भरते ही इसने नजदीकी एटीसी को मेडे कॉल दिया, लेकिन इसके बाद विमान की तरफ से एटीसी को कोई सिग्नल नहीं दिया गया। उड़ान के कुछ सेकंड बाद ही विमान एयरपोर्ट परिसर के बाहर गिर गया।

जानें क्या होती है मेडे कॉल?

किसी भी विमान में ‘मेडे कॉल’ (Mayday Call) एक आपातकालीन सिग्नल होता है, जो पायलट उस समय देता है जब फ्लाइट किसी गंभीर संकट में हो और यात्रियों या क्रू की जान पर कोई खतरा हो. जैसे कि फ्लाइट का इंजन फेल होना, विमान में आग लगना, हवा में टकराव का खतरा, या हाईजैक जैसी स्थिति बन जाए तब विमान उडा रहा पालयट मेडे कॉल का सिग्नल देता है। इसे प्लेन के रेडियो पर तीन बार बोला जाता है। “Mayday, Mayday, Mayday” ताकि सपष्ट हो जाए कि कोई मजाक नहीं है सही में विमान खतरे में हैं।

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