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Ahoi Ashtami 2025: कब व्रत खोल सकेंगी महिलाएं? जानें क्या है आपके शहर में चांद और तारे के निकलने का समय

06:31 PM Oct 13, 2025 IST | Amit Kumar
Ahoi Ashtami 2025, PHOTO (social media)

Ahoi Ashtami 2025 Moonrise Time in India: आज यानी 13 अक्टूबर 2025 को पूरे भारत में माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए अहोई अष्टमी का व्रत कर रही हैं। यह व्रत खासतौर पर उत्तर भारत में बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है। इस दिन माताएं पूरे दिन निर्जल व्रत रखती हैं और शाम को तारों के दर्शन के बाद व्रत खोलती हैं। कुछ महिलाएं चंद्र दर्शन के बाद भी व्रत खोलती हैं।

Ahoi Ashtami 2025 Moonrise Time in India: अहोई अष्टमी व्रत कब और कैसे तोड़ें?

अहोई अष्टमी पर व्रत खोलने के दो मुख्य समय होते हैं:

इस साल तारों का उदय समय अधिकतर शहरों में शाम 6:17 बजे है, वहीं चंद्रमा का उदय समय रात 11:20 बजे है।

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Ahoi Ashtami 2025, PHOTO (social media)

Star Rise Time Today: भारत के प्रमुख शहरों में चांद-तारा उदय का समय

तारा दिखने का समय क्षेत्र के अनुसार थोड़ा बहुत बदल सकता है। नीचे प्रमुख शहरों का अनुमानित समय दिया गया है:

समय (शाम)शहर
6:05 - 6:06गुवाहाटी, जोरहाट, तिनसुकिया
6:08चेन्नई
6:08 - 6:09कोलकाता, पटना, भुवनेश्वर, कटक
6:17दिल्ली, लखनऊ, भोपाल, इंदौर, नागपुर, देहरादून, शिमला, चंडीगढ़, अमृतसर, आगरा, पटियाला, उज्जैन, ग्वालियर, श्रीनगर, लुधियाना, जालंधर, लेह, गंगटोक, ईटानगर, अगरतला
6:20मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, नोएडा, गुड़गांव, वडोदरा, सूरत
Ahoi Ashtami 2025 Moonrise Time in India (Source:- Ai Generated)

Ahoi Ashtami 2025: पूजा का शुभ मुहूर्त

पूजा करने का सर्वोत्तम समय: शाम 5:53 बजे से 7:08 बजे तक।

इसी समय के भीतर पूजा करके और तारा दर्शन होने पर जल अर्पित करके व्रत तोड़ें।

Ahoi Ashtami 2025, PHOTO (social media)

अहोई अष्टमी की व्रत और पूजा विधि

Ahoi Ashtami 2025, PHOTO (social media)

व्रत का महत्व

अहोई अष्टमी खासतौर पर उन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है जिनके छोटे बच्चे होते हैं। इस दिन की गई पूजा और व्रत को संतान की रक्षा, अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए बहुत फलदायी माना जाता है।इस प्रकार, अगर आप निर्धारित तारा उदय और पूजा के मुहूर्त का ध्यान रखकर व्रत करेंगी तो यह दिन आपके लिए न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि मानसिक शांति और संकल्प के रूप में भी बहुत विशेष रहेगा।

यह भी पढ़ें: Ahoi Ashtami 2025: अहोई अष्टमी के दिन इन मंत्रों का जाप करने से मिलेगा संतान को दीर्घायु का वरदान, जानें इनका महत्व और सही समय

 

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