अकाली दल ने ब्रहमपुरा और डॉक्टर अजनाला को पार्टी से किया बरखास्त
पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कोर कमेटी की बैठक के दौरान 23 दिन बाद पंजांब के माझे से संबंधित 3 टकसाली
लुधियाना : पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कोर कमेटी की बैठक के दौरान 23 दिन बाद पंजांब के माझे से संबंधित 3 टकसाली दिगज और बादलों में मतभेद के पश्चात आज सर्वसहमति से पूर्व अकाली मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता रंजीत सिंह ब्रहमपुरा, पार्टी के पूर्व सांसद सदस्य और पूर्व मंत्री रहे डॉक्टर रत्न सिंह अजनाला समेत 2 अन्य आगुओं केे अकाली विधायक बेटियों को पार्टी से बरखास्त करने का फैसला लिया है। बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएं जाने की पुष्टि पार्टी के प्रवक्ता डॉ दलजीत सिंह चीमा ने की है।
टकसाली नेता रंजीत सिंह ब्रहमपुरा के बेटे रविंद्र सिंह ब्रहमपुरा और डॉ रतन सिंह अजनाला के बेटे अमरपाल सिंह बोनी को भी पार्टी से निकालने का फैसला लिया गया है। उपरोक्त चारों अकाली नेताओं पर आरोप थे कि उन्होंने पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल और वरिष्ठ अकाली आगु और पूर्व मंत्री विक्रमजीत सिंह मजीठिया के खिलाफ खुलेआम इस्तीफे की मांग की थी। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की कार्यशैली की भी उक्त नेताओं ने नुकताचीनी भी की है।
टीपू सुल्तान पर उंगली उठाने वाले देश के गद्दार है – शाही इमाम पंजाब
इससे पहले पिछले दिनों नवंबर में पूर्व मंत्री सेवा सिंह सेखवां ने सुखबीर सिंह बादल पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफे दे दिए थे। हालांकि बाद में अकाली दल में उनको निकाले जाने की आवाज भी उठी थी। सुखबीर बादल के नए कदम के पश्चात लगातार पार्टी में आ रही गिरावट के बाद अकाली दल में बेहद गंभीर संकट बना हुआ है।
उधर पार्टी से निकाले जाने पर पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद रहे डॉक्टर रतन सिंह अजनाला ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हम जो भी कह रहे थे, अकाली दल की बेहतरी के लिए कह रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सच्चा सौदा साहिब को गलत माफी को देने और बरगाड़ी कांड के कारण ही 2017 में पार्टी को बड़ी हार का मजा चखना पड़ा था।
– सुनीलराय कामरेड