+

अपने ही गढ़ में मिली करारी हार के बाद अखिलेश का बड़ा फैसला, राष्ट्रीय कार्यकारिणी समेत सभी संगठन भंग

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश अध्यक्ष को छोड़कर पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा, अन्य प्रकोष्ठों और राष्ट्रीय एवं राज्य कार्यकारिणी को भंग कर दिया है।
अपने ही गढ़ में मिली करारी हार के बाद अखिलेश का बड़ा फैसला, राष्ट्रीय कार्यकारिणी समेत सभी संगठन भंग
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रदेश अध्यक्ष को छोड़कर पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा, अन्य प्रकोष्ठों और राष्ट्रीय एवं राज्य कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। सपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके जानकारी देते हुए कहा कि ‘‘समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष को छोड़कर पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा एवं अन्य सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्षों, प्रदेश अध्यक्षों एवं जिला अध्यक्षों तथा राष्ट्रीय, राज्य एवं जिला कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है।’’
प्रदेश अध्यक्ष छोड़कर सभी राष्ट्रीय एवं राज्य कार्यकारिणी को किया भंग
पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि सपा अध्यक्ष ने पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को छोड़कर सभी संगठनों की तमाम इकाइयों के साथ-साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राज्य कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। हालांकि पार्टी ने इसका कोई कारण स्पष्ट नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि पिछले विधानसभा चुनाव में शिकस्त के बाद हाल में सपा को अपना मजबूत गढ़ माने जाने वाले रामपुर (Rampur) और आजमगढ़ (Azamgarh) लोकसभा क्षेत्रों के उपचुनाव (By-Election) में भी पराजय मिलने के मद्देनजर वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) से पहले संगठन को मजबूत करने के लिए यह कवायद की गई है।
SP में होने जा रहे हैं बड़े बदलाव?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अखिलेश यादव ने उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया था। उपचुनाव सपा का गढ़ माने जाने वाली रामपुर और आजमगढ़ सीट पर था जहां पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। इस पुरे घटनाक्रम के बाद सपा की तरफ से उठाया गया यह पहला बड़ा कदम है, अखिलेश के इस फैसले पर सियासी जगत में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। उनके इस कदम को सपा में बड़े बदलाव की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। अखिलेश अब पार्टी में हर स्‍तर पर जवाबदेही तय करने और पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाना चाहते हैं। 

Maharashtra Assembly Speaker: BJP विधायक राहुल नार्वेकर ने मारी बाजी, 164 वोटों के साथ जीता चुनाव

facebook twitter instagram