आर्थिक तंगी देखी, घर बिका, IIT का सपना टूटा… फिर रचा इतिहास, आज 14000 करोड़ का मालिक है ये शख्स
Alakh Pandey Success Story: आज शायद ही ऐसा कोई हो जो अलख पांडे और उनके 'फिजिक्स वाला' प्लेटफॉर्म को न जानता हो। एक साधारण से परिवार से आने वाले अलख पांडे की कहानी मेहनत और जुनून की मिसाल है। उन्होंने चरितार्थ किया है कि अगर जज्बा हो तो असफलता भी सफलता का रास्ता बना देती है। अलख पांडे को जीवन में कई बार असफलताएं मिली, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। तीसरी क्लास में थे, घर का आधा हिस्सा बिक गया। छठी क्लास तक आते-आते पूरा घर बिक गया।
परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, आमदनी इतनी थी कि घर का खर्च भी नहीं चल पाता था। लेकिन घर की ये परिस्थितियां कभी उनकी पढ़ाई के बीच नहीं आई। वह स्कूल के दिनों में अच्छे छात्र थे और बोर्ड परीक्षाओं में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन IIT की परीक्षा में सफल नहीं हो सके। इस असफलता ने उन्हें एक नई दिशा दिखाई। आज वह हजारों करोड़ की कंपनी बना चुके हैं। आइये जानते हैं अलख पांडे की सफलता की कहानी, जो आप सबको प्रेरित करेगी।
गरीबी में बीता बचपन
अलख पांडे का जन्म 2 अक्टूबर 1991 प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वह जब छठी क्लास में थे, तब उनके प्रयागराज के साउथ मलाका इलाके में स्थित घर बिक गया। इस बात का जिक्र खुद अलख पांडे ने कई बार किया है, उन्होंने बताया कि 'आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि आठवीं में पढ़ते हुए मैं पांचवीं तक के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने लगा था।' उनकी मां प्राइवेट स्कूल में टीचर थी और बहन भी ट्यूशन पढ़ाकर घर खर्च में मदद करती थी।
Physics Wallah: एक ख्याल और बदल गई जिंदगी
शुरुआती दौर में अलख पांडे ट्यूशन पढ़ाकर करीब 5000 रुपये कमाते थे। ट्यूशन पढ़ाते हुए उन्होंने अपनी पढ़ाई पर भी फोकस रखा और पूरी मेहनत की। भारत के कई छात्रों की तरह अलख पांडे का भी सपना था कि वह इंजीनियर बनें और IIT में पढ़ें। इसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत भी की, लेकिन आईआईटी की परीक्षा (JEE) में जरुरी अंक नहीं ला पाए। इसके बाद उन्होंने हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया लेकिन कुछ समय बाद ही पढ़ाई छोड़ दी और बीटेक की डिग्री न लेने का फैसला लिया। इसके बाद उन्होंने टीचर बनने का रास्ता चुना।
बच्चों को पढ़ाते हुए उन्होंने यूट्यूब चैनल बनाने की सोची और फिर साल 2017 में उन्होंने अपने साथी प्रतीक महेश्वरी के साथ मिलकर 'Physics Wallah' नाम से एक यूट्यूब चैनल बनाया। अलख खुद आईसीएसई बोर्ड से पढ़े थे, उन्हें पाता था कि इस बोर्ड में पढ़ने वाले बच्चे संपन्न वर्ग से आते हैं और इंटरनेट पर उनके लिए कोई खास स्टडी मटीरियल उपलब्ध नहीं है। अलख ने इनपर फोकस करके, इसके अच्छे नतीजे दिखने लगे। 2018 में अलख पांडे को यूट्यूब से 8,000 रुपये का पहला चेक आया। इस समय उनके चैनल पर करीब 50,000 सब्सक्राइबर हो गए थे।
अलख पांडे ने जीता लाखों बच्चों का दिल
उनके यूट्यूब चैनल पर उनकी वीडियोज छात्रों को बेहद पसंद आने लगे, उनके हर लेक्चर वाली वीडियो पर लाखों व्यूज पहुंचते थे। इसके बाद अलख पांडे ने मोबाइल ऐप तैयार किया, जिसमें बहुत ही कम फीस देकर छात्र ऑनलाइन क्लास अटेंड कर सकते हैं। कुछ समय बाद ही उनके चैनल पर 69 लाख सब्सक्राइबर और 50 लाख ऐप डाउनलोड कर लिए गए।
इसके साथ ही 2020 में फिजिक्सवाला को कंपनी एक्ट में शामिल किया गया। अपने खास तरीके से पढ़ाने और मेहनत के दम पर उन्होंने धीरे-धीरे लाखों छात्रों का भरोसा जीता। आज ये यूट्यूब चैनल एक बड़ी एजुकेशन कंपनी बन गया, जिसकी कीमत आज करीब 9,100 करोड़ रुपये है। आज ये कोचिंग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले हर उम्मीदवार के बीच एक जाना-माना नाम बन गई है।
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