18 मैच की विनिंग स्ट्रीक के साथ अलकाराज़ का बड़ा कमबैक
स्पेन के अलकाराज़ का ग्रास कोर्ट पर दमदार प्रदर्शन
स्पेन के टेनिस स्टार कार्लोस अलकाराज़ ने एक बार फिर अपनी ताकत का दम दिखाते हुए क्वीन्स क्लब का खिताब जीत लिया। रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में उन्होंने चेक खिलाड़ी जीरी लेहेचका को 7-5, 6-7 (5/7), 6-2 से हराकर 2025 में अपना पांचवां टाइटल हासिल किया। ये मैच करीब दो घंटे दस मिनट चला और अलकाराज़ ने 33 विनर्स और 18 ऐस लगाए, जिससे उनकी शानदार फॉर्म का अंदाज़ा साफ लगाया जा सकता है।अलकाराज़ ने इस साल अब तक क्ले कोर्ट पर फ्रेंच ओपन, रोम और मोंटे कार्लो में जीत दर्ज की है, जबकि हार्ड कोर्ट पर उन्होंने रॉटरडैम में भी ट्रॉफी जीती। इस तरह वे इस सीज़न में अब तक पांच टाइटल अपने नाम कर चुके हैं। अप्रैल में बार्सिलोना में हॉल्गर रूने से हारने के बाद से उन्होंने लगातार 18 मैच जीतकर अपने करियर की सबसे लंबी विनिंग स्ट्रीक बना ली है।
क्वीन्स क्लब का खिताब दो बार जीतने वाले अलकाराज़ स्पेन के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले फेलिसियानो लोपेज़ ने 2017 और 2019 में यह उपलब्धि हासिल की थी। वैसे तो अलकाराज़ की शुरुआत क्ले कोर्ट से हुई थी, लेकिन अब वो घास के कोर्ट यानी ग्रास कोर्ट पर भी बेहद खतरनाक साबित हो रहे हैं। 2023 में उन्होंने पहली बार क्वीन्स क्लब जीता और कुछ हफ्तों बाद विंबलडन चैंपियन भी बन गए। पिछले साल भी उन्होंने विंबलडन टाइटल का सफल बचाव किया था। अब वे 30 जून से शुरू हो रहे विंबलडन में लगातार तीसरी बार चैंपियन बनने का लक्ष्य लेकर उतरेंगे।
जीत के बाद अलकाराज़ ने कहा कि उनका “ग्रास कोर्ट मोड” पूरी तरह एक्टिव हो गया है, और उनके खेल से ये बात साफ भी झलक रही थी। इस टूर्नामेंट में उन्होंने लगातार पांचवीं बार किसी फाइनल में जगह बनाई और शानदार प्रदर्शन के साथ खिताब अपने नाम किया।वहीं लेहेचका के लिए यह पहला ग्रास कोर्ट फाइनल था। उन्होंने सेमीफाइनल में ब्रिटेन के जैक ड्रेपर को हराकर सभी को चौंका दिया था। वे 1990 के बाद पहले चेक खिलाड़ी बने जो क्वीन्स क्लब के फाइनल में पहुंचे। इससे पहले उन्होंने फरवरी में कतर ओपन में अलकाराज़ को हराया था, लेकिन इस बार वे ये करिश्मा दोहरा नहीं पाए।
पहले सेट में अलकाराज़ ने धैर्य से खेलते हुए आखिरी समय में ब्रेक लिया और सेट अपने नाम किया। दूसरा सेट कड़ा रहा, जहां टाई ब्रेकर में लेहेचका ने वापसी की। लेकिन तीसरे सेट में अलकाराज़ ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और लेहेचका को ज़्यादा मौके नहीं दिए।आखिरी सेट में ब्रेक लेकर उन्होंने 3-1 की बढ़त बनाई और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। ज़ोरदार शॉट्स और आक्रामक खेल से उन्होंने आसानी से मैच खत्म किया। अब सभी की निगाहें विंबलडन पर हैं, जहां अलकाराज़ तीसरी बार खिताब जीतने उतरेंगे – और उनकी इस फॉर्म को देखकर लग रहा है कि उन्हें रोकना किसी के बस की बात नहीं।