एलेन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया की रणनीतियों पर सवाल उठाए: ‘विराट कोहली को आसानी से सेट होने दिया’
एलेन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया की रणनीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि विराट कोहली को आसानी से सेट होने दिया गया, जिससे भारत ने पर्थ टेस्ट में शानदार जीत दर्ज की।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलेन बॉर्डर ने पहले टेस्ट मैच के दौरान विराट कोहली को रोकने में असफल रहने पर पैट कमिंस और उनकी टीम की रणनीतियों पर कड़ी आलोचना की है। पर्थ में हुए इस मुकाबले में कोहली ने 18 महीने बाद टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाया, जो भारत की 295 रनों की शानदार जीत में अहम भूमिका निभा गया।
इस नाबाद शतक के साथ न सिर्फ कोहली ने भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई, बल्कि वह ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बन गए। उन्होंने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ते हुए अपना सातवां टेस्ट शतक जड़ा।
बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलियाई रणनीतियों पर नाराजगी जताई
बॉर्डर ने टीम की फील्डिंग और रणनीतियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “मैं बेहद निराश हूं कि हमने कोहली को बिना किसी खास संघर्ष के शतक बनाने दिया। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इस सीरीज में उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना हमारे लिए खतरनाक हो सकता है।”
बॉर्डर की इस बात से पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन और मार्क टेलर ने भी सहमति जताई। उन्होंने माना कि शुरुआती ओवरों में कोहली पर दबाव नहीं बनाया गया, जिससे उन्हें अपनी लय पकड़ने का मौका मिल गया।
गलत फील्ड सेटअप पर हेडन की आलोचना
मैथ्यू हेडन ने कहा, “शुरुआती ओवरों में हमने कोहली पर ज्यादा दबाव नहीं बनाया। नाथन लायन ने मिड-ऑन को पीछे रखा और मिड-विकेट पर फील्डर लगाया, जिससे कोहली को स्ट्राइक रोटेट करना बेहद आसान हो गया। जब तक हमने अपनी रणनीति बदली, तब तक कोहली लय में आ चुके थे।”
हेडन ने फील्ड प्लेसमेंट को लेकर और भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “हमने कोहली जैसे बल्लेबाज के खिलाफ मौके गंवाए। शुरुआत में उनकी बाहरी किनारे की कमजोरी को भुनाने के बजाय हमने उन्हें सेट होने दिया। जब तक वह पूरी तरह सेट हो गए, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।”
आगे की सीरीज के लिए चेतावनी
कोहली का यह शतक, जो ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर उनका सातवां था, एक बार फिर उनकी काबिलियत और मुश्किल हालात में प्रदर्शन करने की क्षमता को उजागर करता है। बॉर्डर ने चेतावनी दी, “अगर कोहली ने इसी तरह खेलना जारी रखा, तो यह हमारे लिए एक लंबी और मुश्किल सीरीज हो सकती है।”
अब, सीरीज के दूसरे टेस्ट से पहले, ऑस्ट्रेलिया को अपनी रणनीतियों पर दोबारा विचार करना होगा ताकि कोहली जैसे विश्वस्तरीय खिलाड़ी को रोका जा सके।