अमरनाथ यात्रा 2025: इस बार 38 दिनों की होगी पवित्र यात्रा, सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम
अमरनाथ यात्रा 2025: सुरक्षा इंतजामों के साथ 38 दिन
30 मई 2025 को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। अमरनाथ यात्रा 2025 को लेकर इस बार प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पहले से ज्यादा सतर्क हैं। बीते सालों में हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस बार यात्रा के लिए एक विशेष और बहुपक्षीय सुरक्षा प्लान तैयार किया गया है।
अमरनाथ यात्रा 2025 को लेकर इस बार प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पहले से ज्यादा सतर्क हैं। बीते सालों में हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस बार यात्रा के लिए एक विशेष और बहुपक्षीय सुरक्षा प्लान तैयार किया गया है। इस वर्ष यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और 38 दिनों तक चलेगी, जबकि पिछले साल यह यात्रा 52 दिनों तक चली थी। हालांकि, यात्रा की अवधि कम करने का फैसला पहलगाम आतंकी हमले से पहले ही ले लिया गया था और इसका सुरक्षा कारणों से कोई लेना-देना नहीं है। यह निर्णय मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया है। इस बार सुरक्षा में कोई चूक न हो, इसके लिए पूरे रूट का डिजिटल मैपिंग और सिक्योरिटी ऑडिट किया गया है। सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना मिलकर सुरक्षा की कमान संभालेंगी। कुल 581 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां इस पवित्र यात्रा की सुरक्षा में तैनात रहेंगी। साथ ही जम्मू-कश्मीर पुलिस भी सक्रिय भूमिका निभाएगी। सीआरपीएफ के डीजी खुद पहलगाम जाकर सुरक्षा इंतजामों का जायजा ले चुके हैं। यात्रियों की निगरानी के लिए हर एक यात्री और पोनी राइडर का डिजिटल पहचान पत्र भी बनाया जाएगा, जिससे उनकी पहचान और मूवमेंट ट्रैक करना आसान होगा।
उच्च तकनीकी सुरक्षा उपकरणों की तैनाती
आधुनिक तकनीक का भी इस बार यात्रा की सुरक्षा में विशेष उपयोग किया जा रहा है। यात्रा के काफिलों में जैमर लगाए जाएंगे ताकि किसी भी तरह की आईईडी ब्लास्ट की घटना को रोका जा सके। सुरक्षाकर्मियों को सैटेलाइट फोन उपलब्ध कराए गए हैं ताकि दूरदराज इलाकों में भी संचार बाधित न हो। इसके अलावा यात्रियों और वाहनों में रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान (RFID) टैग होंगे, जिससे हर मूवमेंट की सटीक जानकारी मिलती रहेगी। पुलिस और सीआरपीएफ की डेडिकेटेड PCR वैन हर समय तैनात रहेंगी ताकि तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
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गृह मंत्री ने की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक
30 मई 2025 को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, डीजीपी नलिन प्रभात समेत केंद्र और राज्य की तमाम सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। गृहमंत्री ने निर्देश दिया कि अत्यधिक सतर्कता और सावधानी बरतते हुए इस यात्रा को पूरी तरह शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाना प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यात्रा की तैयारियों और सुरक्षा का जायजा लिया, तीर्थयात्रियों को हर सुविधा देने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।”