अंबा हल्दी : सेहत के लिए वरदान, जानें इसके अद्भुत लाभ और सेवन के तरीके
अंबा हल्दी : अंबा हल्दी, जिसे कच्ची हल्दी के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में एक विशेष स्थान रखती है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी अनगिनत हैं। आयुर्वेद में इसे गुणों का खजाना माना गया है, जिसमें एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरिया और एंटी-ऑक्सीडेंट्स जैसे महत्वपूर्ण तत्व मौजूद हैं।
जानें, अंबा हल्दी के फायदे
न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, अंबा हल्दी में लाइपोक्सिनेज और इंड्यूसिबल लेवल को कम करने की अद्भुत क्षमता होती है। यह सूजन को कम करने के साथ-साथ जोड़ों के दर्द में भी राहत देती है। विशेषकर, यदि कोई व्यक्ति पुरानी चोट या दर्द से जूझ रहा है, तो अंबा हल्दी का सेवन उन्हें आराम प्रदान कर सकता है।
इसके अतिरिक्त, अंबा हल्दी कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह न केवल उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो दर्द या बीमारी से ग्रसित हैं, बल्कि यह स्वस्थ व्यक्तियों के लिए भी लाभदायक है। यह व्यक्ति को मानसिक तनाव से बचाते हुए समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है। अंबा हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में सहायक है। यह पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करती है।
जानें, सेवन का तरीका
अंबा हल्दी का सेवन करने के लिए एक सरल विधि बताई गई है। इसके लिए आधा पानी और आधा दूध लेकर उसमें साबुत काली मिर्च मिलाकर उबालें। जब यह मिश्रण आधा रह जाए, तब इसका सेवन करें। इसे अच्छे से मिलाना न भूलें और सुनिश्चित करें कि इसमें झाग आए, क्योंकि यही हल्दी के प्रभाव को बढ़ाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी पुरानी चोट या दर्द से राहत पाने के लिए इसे कम से कम 21 दिनों तक नियमित रूप से लेना चाहिए।
बता दें कि, अंबा हल्दी, अपनी औषधीय गुणों और सेहत पर सकारात्मक प्रभाव के कारण, आज के युग में एक अनिवार्य तत्व बन गई है। इसे अपनी डाइट में शामिल करना न केवल सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह एक स्वादिष्ट विकल्प भी है। इसे साधारण हल्दी से अलग मानते हुए, इसका सेवन करने से आपको अनेक स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। इसलिए, अगली बार जब आप हल्दी का उपयोग करें, तो अंबा हल्दी को जरूर आजमाएं और इसके फायदों का अनुभव करें।