अमेरिका : Nightclub के शूटर ने अपनी मां को बम से उड़ाने की धमकी दी, आसपास के घरों को कराना पड़ा था खाली
अमेरिका के कोलोराडो स्प्रिंग्स में समलैंगिकों के एक नाइट क्लब में गोलीबारी कर पांच लोगों की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार एंडरसन ली एल्ड्रिक ने डेढ़ साल पहले भी अपनी मां को एक देसी बम से हमला करने की धमकी दी थी, जिसके चलते आसपास के घरों को खाली कराना पड़ा था। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
10:48 AM Nov 21, 2022 IST | Desk Team
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अमेरिका के कोलोराडो स्प्रिंग्स में समलैंगिकों के एक नाइट क्लब में गोलीबारी कर पांच लोगों की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार एंडरसन ली एल्ड्रिक ने डेढ़ साल पहले भी अपनी मां को एक देसी बम से हमला करने की धमकी दी थी, जिसके चलते आसपास के घरों को खाली कराना पड़ा था। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
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विस्फोटकों को जब्त करने की कार्रवाई की जा सकती थी
उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और बम रोधी दस्ते ने बाद में एल्ड्रिक को आत्म समर्पण करने के लिए मना लिया था। हालांकि, इस घटना के बावजूद उसके खिलाफ परिजन को बंधक बनाने या धमकी देने के आरोप में कानूनी कार्यवाही किए जाने का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
इस बात का भी कोई रिकॉर्ड नहीं है कि पुलिस ने एल्ड्रिक के खिलाफ कोलोराडो के बंदूक कानून के तहत कोई मामला दर्ज किया, जिसके आधार पर उसके पास से उन हथियारों और विस्फोटकों को जब्त करने की कार्रवाई की जा सकती थी, जिसके होने का दावा उसकी मां ने किया था।
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घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था
एल्ड्रिक को अमेरिका के कोलोराडो स्प्रिंग्स में समलैंगिकों के एक नाइट क्लब में गोलीबारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 25 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि हमले के बीच नाइट क्लब में मौजूद कुछ लोगों ने बहादुरी दिखाते हुए बंदूकधारी पर काबू पा लिया था और कुछ ही मिनट बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस प्रमुख आद्रियान वासक्वेज ने बताया था कि ‘क्लब क्यू’ में गोलीबारी की यह घटना शनिवार रात को हुई थी और घटनास्थल से एक राइफल समेत दो हथियार बरामद किए गए थे। ‘क्यू क्लब’ ने अपने फेसबुक पेज पर इस हमले को ‘‘घृणा अपराध’’ करार दिया था। हालांकि, काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी माइकल एलन ने कहा था कि जांचकर्ता अब भी इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हमले के पीछे का मकसद क्या था और इसमें घृणा अपराध के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए या नहीं।
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