आतंकवाद के खिलाफ हरसंभव सहयोग करेगा अमेरिका, रूस भी कर चुका है समर्थन
आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की प्रतिबद्धता
अमेरिकी स्पीकर माइक जॉनसन ने भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने भारत को अमेरिका का महत्वपूर्ण साझेदार बताते हुए व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करने की बात कही। पहलगाम हमले के बाद अमेरिका ने भारत को पूरा समर्थन देने का वादा किया, ट्रंप ने मोदी से फोन पर शोक संवेदना व्यक्त की।
अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के स्पीकर माइक जॉनसन ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि अमेरिका भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ हरसंभव सहयोग करेगा। उन्होंने भारत को अमेरिका का “बहुआयामी और बेहद महत्वपूर्ण साझेदार” बताया और कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत किया जाएगा। “भारत में जो हो रहा है, उस पर हमें गहरी सहानुभूति है। हम अपने साझेदारों के साथ खड़े हैं और भारत हमारे लिए कई मायनों में एक अत्यंत महत्वपूर्ण साथी है। हम उम्मीद करते हैं कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक बातचीत अच्छे परिणाम लेकर आएगी।” उन्होंने आगे कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहना होगा और अमेरिका इस संघर्ष में भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा।
President Putin @KremlinRussia_E called PM @narendramodi and strongly condemned the terror attack in Pahalgam, India. He conveyed deepest condolences on the loss of innocent lives and expressed full support to India in the fight against terrorism. He emphasised that the…
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) May 5, 2025
आतंक के खिलाफ भारत के साथ रूस, पुतिन ने मोदी से की बात
रूस ने भी भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन जताया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया। पुतिन ने इस जघन्य हमले की निंदा करते हुए कहा कि रूस आतंक के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है और दोषियों को सजा दिलाने में हरसंभव सहयोग करेगा। दोनों नेताओं ने सुरक्षा साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई।
पहलगाम हमले के बाद अमेरिका की प्रतिक्रिया
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। इस हमले के बाद अमेरिकी प्रशासन ने भारत को पूरा समर्थन देने की बात कही। 30 अप्रैल को अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बातचीत की। उन्होंने पहलगाम हमले पर गहरा दुख जताया और अमेरिका की ओर से आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया।
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प्रधानमंत्री मोदी को ट्रंप का फोन
हमले के ठीक एक दिन बाद, 23 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर शोक संवेदना प्रकट की और कहा कि अमेरिका भारत के साथ है। ट्रंप ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “हम इस जघन्य हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे तक पहुंचाने में भारत की हरसंभव मदद करेंगे। भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं।”