भारत-पाक तनाव के बीच राजस्थान में सभी उपचुनावों पर लगी रोक, निर्वाचन आयोग का बड़ा फैसला
निर्वाचन आयोग ने राजस्थान में उपचुनावों पर लगाई रोक
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए राजस्थान सरकार ने राज्य में प्रस्तावित सभी स्थानीय निकाय और पंचायती राज संस्थाओं के उपचुनावों को फिलहाल स्थगित कर दिया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने शनिवार को आदेश जारी करते हुए सभी नगर पालिका, नगर परिषद, नगर निगम, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत और जिला परिषद के उपचुनावों पर रोक लगा दी। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले, 9 मई को आयोग ने सिर्फ सीमावर्ती जिलों—जैसे श्रीगंगानगर और बाड़मेर—में उपचुनावों पर रोक लगाने का निर्देश जारी किया था। तब सीमावर्ती जिलों के कलेक्टर्स ने आयोग को पत्र लिखकर सुरक्षा चिंताओं के चलते चुनाव टालने की सिफारिश की थी। अब पूरे राज्य में चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं। यह निर्णय संभावित सुरक्षा खतरों और जनहानि से बचाव के उद्देश्य से लिया गया है।
14 नगर निकायों और 169 ग्राम पंचायत वार्डों में होने थे उपचुनाव
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पहले से घोषित कार्यक्रम के अनुसार राजस्थान की 14 नगर निकायों, एक जिला प्रमुख, दो प्रधान, एक उपप्रधान, नौ जिला परिषद सदस्य, 18 पंचायत समिति सदस्य, 18 सरपंच, 15 उपसरपंच और 169 ग्राम पंचायत वार्डों में उपचुनाव 26 मई से 29 मई के बीच कराए जाने थे। इसके लिए अधिसूचना 9 और 12 मई को जारी की जानी थी।
चुनाव स्थगन का कारण: सीमा पर तनाव और संभावित खतरे
निर्वाचन आयोग को पंचायती राज संस्थान और स्वायत्त शासन विभाग की ओर से पत्र मिला, जिसमें कहा गया कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है। ऐसी स्थिति में आम जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है और चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की जनहानि की आशंका को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। पत्र में आग्रह किया गया था कि वर्तमान हालात को देखते हुए उपचुनाव स्थगित किए जाएं।
चुनाव की नई तारीखों पर निर्णय बाद में
राज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि हालात सामान्य होने के बाद ही उपचुनावों की नई तारीखों की घोषणा की जाएगी। आयोग की प्राथमिकता जनसुरक्षा और शांतिपूर्ण चुनाव कराना है।