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हैदराबाद में बोले अमित शाह-बस 13 महीने के लिए निजाम के रजाकारों को झेलना होगा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद के परेड ग्राउंड में ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ समारोह में भाग लिया। इस दौरान उनके साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी भी मौजूद रहे।

08:33 PM Sep 17, 2022 IST | Ujjwal Jain

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद के परेड ग्राउंड में ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ समारोह में भाग लिया। इस दौरान उनके साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी भी मौजूद रहे।

हैदराबाद में बोले अमित शाह बस 13 महीने के लिए निजाम के रजाकारों को झेलना होगा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद के परेड ग्राउंड में ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ समारोह में भाग लिया। इस दौरान उनके साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी भी मौजूद रहे। समारोह को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर तीखा हमला बोला।
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गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मैं बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने निर्णय किया कि हैदराबाद मुक्ति दिन को मनाया जाएगा। और मुझे आनंद है इस बात का, जैसे ही मोदी जी ने घोषणा की, अब सब लोग हैदराबाद मुक्ति दिन मनाते हैं।
वोट बैंक की राजनीति के कारण जश्न मनाने से इनकार 

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की एक मांग थी कि हैदराबाद मुक्ति दिवस को सरकार की अनुमोदन के साथ मनाया जाए। मगर दुर्भाग्य की बात है 75 साल चले गए। विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने दिन मनाने का वादा किया। हालांकि, एक बार सत्ता में आने के बाद, उन्होंने वोट बैंक की राजनीति के कारण जश्न मनाने से इनकार कर दिया।
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अमित शाह ने कहा, ‘अगस्त 1947 में भारत आजाद हुआ था हालांकि हैदराबाद में अब तक निजाम का शासन है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अब यहां की जनता को बस 13 महीने के लिए निजाम के रजाकारों को झेलना होगा।’ सरदार पटेल की पुलिस कार्रवाई थी जिसके कारण हैदराबाद को आजाद कराया गया। 13 सितंबर से 17 सितंबर तक 109 घंटे तक कई वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी।
उन्होंने कहा कि आज हैदराबाद मुक्ति दिन मनाने का उद्देश्य स्पष्ट है कि इस मुक्ति आंदोलन की कहानी को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है। मुक्ति संग्राम के नामी-अनामी अनेक योद्धाओं और शहीदों को जनमानस में पुनर्जीवित करके नई पीढ़ी को देश भक्ति की लौह जगानी है।
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