अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नए एमएसी प्लेटफॉर्म का किया उद्घाटन
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एमएसी प्लेटफॉर्म का उद्घाटन
अमित शाह ने नॉर्थ ब्लॉक में नए मल्टी एजेंसी सेंटर का उद्घाटन किया, जो राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए विभिन्न एजेंसियों के प्रयासों को एकीकृत करता है। यह अत्याधुनिक प्लेटफॉर्म उग्रवाद, आतंकवाद और साइबर हमलों जैसी समस्याओं से निपटने में मदद करेगा।
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को नॉर्थ ब्लॉक स्थित खुफिया ब्यूरो (आईबी) परिसर में विकसित नए मल्टी एजेंसी सेंटर (एमएसी) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह अत्याधुनिक एमएसी प्लेटफॉर्म राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जटिल और आपस में जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए विभिन्न एजेंसियों के प्रयासों को एकीकृत करने का एक बड़ा कदम है।
गृह मंत्री ने हाल ही में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कोर्रागाट्टालु हिल्स क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा किए गए सफल नक्सल विरोधी अभियानों और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, हमारी खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और तीनों सशस्त्र सेनाओं की अद्वितीय क्षमता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि भारत को अपनी सेनाओं, अर्धसैनिक बलों और सभी सुरक्षा एजेंसियों पर गर्व है।
#OperationSindoor प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, आसूचना एजेंसियों की सटीक सूचना और हमारी तीनों सेनाओं की अचूक मारक क्षमता का अद्वितीय प्रतीक है। देशवासियों को अपनी तीनों सेनाओं, सीमा सुरक्षा बल और सुरक्षा एजेंसियों पर गर्व है। pic.twitter.com/bGaGNCUjBC
— Amit Shah (@AmitShah) May 16, 2025
नए एमएसी नेटवर्क की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इसे रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है और इसमें आधुनिकतम हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और एआई/एमएल आधारित क्षमताएं शामिल की गई हैं। यह नेटवर्क देश भर में फैला हुआ है, जिसमें द्वीपीय क्षेत्र, उग्रवाद प्रभावित इलाके और ऊंचाई वाले दुर्गम स्थान भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस प्लेटफॉर्म की सहायता से आतंकवाद, उग्रवाद, संगठित अपराध और साइबर हमलों जैसी राष्ट्रीय सुरक्षा की गंभीर चुनौतियों से निपटना कहीं अधिक प्रभावी होगा। इसके उन्नत डेटा विश्लेषण से ट्रेंड एनालिसिस, हॉटस्पॉट मैपिंग और टाइमलाइन विश्लेषण संभव होगा, जिससे भविष्य की घटनाओं की सटीक भविष्यवाणी और प्रभावी रणनीतिक संचालन किया जा सकेगा।
गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र की विभिन्न एजेंसियों के पास मौजूद महत्वपूर्ण डाटाबेस को भी इस नए एमएसी प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाना चाहिए ताकि इसका अधिकतम लाभ उठाया जा सके। करीब 500 करोड़ रुपए की लागत से बने इस नए एमएसी नेटवर्क में गुणात्मक और मात्रात्मक सुधार किए गए हैं। यह एक स्टैंडअलोन सुरक्षित नेटवर्क है, जिसमें अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित की गई है, जो देश के दूरस्थ जिलों के पुलिस अधीक्षकों तक पहुंच बनाता है। गौरतलब है कि मल्टी एजेंसी सेंटर (एमएसी) की स्थापना वर्ष 2001 में की गई थी और यह देश का सबसे प्रमुख इंटेलिजेंस फ्यूजन सेंटर है।

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