For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

Amravati Murder Case : NIA ने किया बड़ा दावा, तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी सदस्यों ने की थी उमेश कोल्हे की हत्या

अमरावती मर्डर केस का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जहां तबलीगी जमात के कट्टरपंथी सदस्यों ने उमेश कोल्हे की हत्या की है यह दावा NIA के द्वारा किया जा रहा है।

01:15 PM Dec 20, 2022 IST | Desk Team

अमरावती मर्डर केस का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जहां तबलीगी जमात के कट्टरपंथी सदस्यों ने उमेश कोल्हे की हत्या की है यह दावा NIA के द्वारा किया जा रहा है।

amravati murder case   nia ने किया बड़ा दावा  तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी सदस्यों ने की थी उमेश कोल्हे की हत्या
अमरावती मर्डर केस का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।nbsp; जहां तबलीगी जमात  के कट्टरपंथी सदस्यों ने उमेश कोल्हे की हत्या की है यह दावा NIA के द्वारा किया जा रहा है।राष्ट्रीय जांच एजेंसी  ने इस केस को लेकर कोर्ट में दाखिल आरोपपत्र में बताया है कि तब्लीगी जमात  के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने पैंगबर मोहम्मद के कथित अपमान का बदला लेने के लिए महाराष्ट्र के अमरावती में फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या की थी।
Advertisement
एनआइए ने चार्जशीट की जारी  
एनआइए ने अपनी चार्जशीट जारी कर दी है।  जहाँ एनआइए ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने अमरावती के एक फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या कर दी थी। महाराष्ट्र में अमरावती के फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे मर्डर केस  में बड़ा खुलासा हुआ है। यह बताया जा रहा है की के फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या करने वाले लोग कट्टरपंथी थे और तब्लीगी जमात के सदस्य थ।
पैगंबर मोहम्मद साहब के अपमान का बदला लेने के लिए तब्लीगी जमात के कट्टरपंथियों ने की हत्या 
Advertisement
NIA ने अपनी चार्जशीट में साफ़ तौर पर कहा है कि पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने अमरावती के एक फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या कर दी थी।  एनआईए ने इस घटना को कट्टरपंथी लोगों के एक गिरोह की ओर से अंजाम देने की बात कही है।  इस गिरोह ने इस आधार पर कोल्हे की हत्या की थी कि उसने धार्मिक भावनाओं को आहत किया था।
एनआईए ने 11 आरोपियों के खिलाफ दायर चार्जशीट में कहा :
 एनआईए ने 11 आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार 16 दिसंबर  को दायर अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि क्रूर विचारधारा वाला ये ग्रुप ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सर तन से जुदा’ से अत्यधिक प्रभावित था। एजेंसी के मुताबक कोल्हे की हत्या 28 जून को राजस्थान के उदयपुर में एक सार्वजनिक क्षेत्र में एक दर्जी कन्हैया लाल का सिर कलम करने से एक हफ्ते पहले हुई थी।
कई नामों को रखा एनआईए ने सामने :
जांच एजेंसी एनआईए की चार्जशीट के मुताबिक कोल्हे को जान से मारने की साजिश एक आरोपी यूसुफ खान के साथ शुरू हुई थी। यूसुफ ने जानबूझकर कोल्हे का नंबर बदलने के बाद पोस्ट का स्क्रीनशॉट लिया था और इसे इरफ़ान की ओर से बनाए गए ‘कलीम इब्राहिम’ नामक एक अन्य ग्रुप में प्रसारित किया। एनआईए ने दावा किया कि कोल्हे के खात्मे की साजिश संदेशों के इस प्रसार से शुरू हुई।
समूह ने बैठक में कोल्हे को मारने का फैसला किया
NIA ने दावा किया कि 19 जून को पोस्ट के बाद सभी मुख्य आरोपी मोहम्मद शोएब, आतिब राशिद, इरफान और शाहिम अहमद अमरावती के गौसिया हॉल में मिले। समूह ने बैठक में कोल्हे को मारने का फैसला किया। अब देखना यह होगा की चार्ज शीट में किया  गया दावा कितना सच साबित होता है ।
Advertisement
Author Image

Advertisement
×