संभल में मंदिर के निकट पुराना कुआं खोजा गया
प्राचीन कुएं पर एक रैंप बनाया गया था और रैंप हटाने के बाद ही कुआं मिला
प्राचीन भगवान शिव मंदिर के पास एक कुआं मिला है, जिसे 42 साल बाद शनिवार को फिर से खोला गया। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि जिला प्रशासन ने साइट से रैंप और मलबा हटाने के बाद कुएं के निशान खोजे। संभल के डीएम राजेंद्र पेंसिया ने साइट का दौरा किया और कहा कि प्राचीन कुएं पर एक रैंप बनाया गया था और रैंप हटाने के बाद ही कुआं मिला। डीएम पेंसिया ने बताया, “हम (प्राचीन भगवान शिव मंदिर) मंदिर की सफाई कर रहे हैं। प्राचीन कुएं पर एक रैंप बनाया गया था, जब हमने रैंप को नष्ट किया, तो हमें एक कुआं मिला।”
डीएम ने आगे कहा कि भगवान शिव का प्राचीन मंदिर तब मिला जब जिला प्रशासन की टीम इलाके में बिजली चोरी का निरीक्षण कर रही थी। उन्होंने कहा कि मंदिर को उस समुदाय के लोगों को सौंप दिया जाएगा, जिनका मंदिर है और मंदिर पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एएसआई को कार्बन डेटिंग के जरिए पता लगाना चाहिए कि मंदिर कितना पुराना है
नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने दावा किया कि 1978 के बाद मंदिर को फिर से खोला गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर इसलिए बंद किया गया, क्योंकि कोई पुजारी वहां रहने को तैयार नहीं था।
इस जगह पर कोई पुजारी नहीं रहता था,15-20 परिवार इस इलाके को छोड़ गए,हमने मंदिर को बंद कर दिया था, पुजारी ने यहां रहने की हिम्मत नहीं की…मंदिर 1978 से बंद था और आज इसे खोल दिया गया है