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पंजाब के तहसीलदारों द्वारा अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल का ऐलान

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02:55 PM May 29, 2018 IST | Desk Team

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लुधियाना-एस.ए.एस.नगर : पंजाब विजिलेस ब्यूरो द्वारा तहसीलदार कुलदीप सिंह ढिल्लो की गिरफ्तारी के उपरांत आज पंजाब भर के तहसीलदारों ने उसके समर्थन में अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। तहसीलदारों ने हड़ताल का ऐलान विजिलेस ब्यूरो द्वारा ग्राम पंचायत गांव झियर रेहड़ी के नाम पर अलग-अलग स्थानों से 25 एकड़ से अधिक जमीन खरीद-फरोख्त में 8 करोड़ रूपए की हुई घपलेबाजी की जांच उपरांत बसी पठाना में नियुक्त तहसीलदार कुलदीप सिंह ढिल्लो की गिरफतारी को लेकर किया है।

इस बारे में जानकारी देते हुए पंजाब रेवन्यू एसोसिएशन के प्रधान गुरदेव सिंह धाम ने बताया कि उक्त मामले की एफआईआर में तहसीलदार कुलदीप सिंह ढिल्लो का नाम ना होने के बावजूद उन्हें नाजायज तौर पर गिरफतार किया गया है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी रिहाई नहीं होती तब तक हड़ताल जारी रहेंगी।

स्मरण रहे कि 25 एकड़ से अधिक जमीन खरीद-फरोख्त में 8 करोड़ की घपलेबाजी का यह मामला 4 साल पुराना है। मोहाली एयरपोर्ट के लिए गांव झियर रेहड़ी की जमीन अधिग्रहण का काम 2012 में शुरू हुआ था लेकिन 2013 में जमीन अधिग्रहण में घपलेबाजी की सुर्खिया बनते ही विजिलेंस ने जांच शुरू की थी और अब तक कई आरोपितों को इस मामले में गिरफतार किया जा चुका है। विजिलेंस ने जांच में पाया कि गांव कददीपुर से करीपुर जिला फतेहगढ़ साहिब में जमीन कलेक्टर रेट 977000 प्रति एकड़ थी, जबकि उस वक्त जमीन का मार्कीट रेट 20 से 25 लाख प्रति एकड़ था लेकिन सरपंच गुरपाल सिंह, गांव झियर रेहड़ी और विचोले मोहम्मद सुहेल चौहान से जमीन मिलकर 54 लाख प्रति एकड़ के हिसाब से खरीदी।

दोनों से हुई पूछताछ के बाद सामने आया कि 2016 में आरोपित तहसीलदार कुलदीप सिंह ढिल्लो ने यह कहकर राजिस्ट्ररी पर रोक लगा दी थी, इस क्षेत्र में जमीन का रेट 20 से 25 लाख रूपए से ज्यादा नहीं है जबकि गुरपाल और मोहम्मद 54 लाख प्रति एकड़ के हिसाब से राजिस्ट्री क्यों करवा रहे है। इसके बाद आरोपित कुलदीप सिंह ढिल्लो ने जमीन खरीदने के लिए सरकार के आदेशों की कापी और सरपंच को जमीन खरीदने के लिए अधिकृत करने वाले प्रस्ताव की कापी मांगी। ढिल्लो ने राजिस्ट्ररी रोक दी।

राजिस्ट्ररी रूकने के बाद गुरपाल और मोहम्मद सुहैल ने अन्य प्रापर्टी डीलर बलदेव सिंह की मदद ली, जो तहसीलदार के लिए पहले से ही काम करवाता था। राजिस्ट्ररी करवाने के लिए तहसीलदार ने 15 लाख मांगे और सौदा 10 लाख में तय हुआ। पैसे लेने के बाद आरोपित तहसीलदार ने 6 अप्रैल 2016 को राजिस्ट्ररी कर दी थी और अब इसी मामले में रविवार को पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने आरोपित तहसीलदार कुलदीप सिंह को हिरासत में लिया है और पंजाब भर के तहसीलदार उसके समर्थन में हड़ताल पर जा रहे है।

– सुनीलराय कामरेड

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