भ्रष्टाचार निरोधक टीम पहुंची केजरीवाल के घर, LG ने दिए निर्देश
आम आदमी पार्टी की वेबसाइट भी चल रही डाउन
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को भाजपा के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) के “ऑपरेशन लोटस” के आरोप की जांच करने का निर्देश दिया। अभी तक आयी खबर के अनुसार पता चला है कि अब तक ACW की टीम को आप संयोजक अरविन्द केजरीवाल के घर के अंदर नहीं जाने दिया गया है। इसके साथ ही कुछ समय से आम आदमी पार्टी की वेबसाइट भी डाउन चल रही है। यह घटनाक्रम 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित होने से एक दिन पहले हुआ है। गुरुवार को पार्टी के सांसद संजय सिंह ने दावा किया कि भाजपा ने आप के सात उम्मीदवारों को पाला बदलने के लिए 15-15 करोड़ रुपये की पेशकश की। उनके नाम बताए बिना वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि बुधवार को 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव होने के एक दिन बाद उम्मीदवारों को भाजपा की ओर से फोन भी आए।
उपराज्यपाल ने शुक्रवार को यह आदेश दिल्ली भाजपा सचिव विष्णु मित्तल द्वारा की गई औपचारिक शिकायत के आधार पर दिया। मित्तल ने सक्सेना को लिखे अपने पत्र में कहा कि “अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह द्वारा लगाए गए आरोप बहुत गंभीर प्रकृति के हैं और इनकी गंभीर और तत्काल जांच की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि आप नेताओं ने अपने दावों को पुष्ट करने के लिए कोई सबूत या साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया है।
विष्णु मित्तल ने कहा कि “चुनाव दो दिन पहले ही समाप्त हो गए हैं और इस तरह की झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाकर वह दिल्ली में दहशत और अशांति की स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने उपराज्यपाल से जांच के लिए एसीबी को तैनात करने का अनुरोध किया। उन्होंने केजरीवाल और संजय सिंह को तलब करने और मामले की विस्तृत जांच की आवश्यकता भी बताई।
जवाब में उपराज्यपाल के प्रधान सचिव आशीष कुंद्रा ने बताया कि सक्सेना ने एसीबी को आरोपों की जांच करने का आदेश दिया है। यह आदेश भाजपा की शिकायत के बाद जारी किया गया, जिसमें कहा गया था कि “आरोप झूठे और निराधार हैं तथा भाजपा की छवि खराब करने और मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद दिल्ली में दहशत और अशांति की स्थिति पैदा करने के इरादे से लगाए गए हैं।”