UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस बोले- वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में अमेरिका की भूमिका जरूरी
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिकी नेतृत्व से कोविड-19 महामारी और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए कहा है।
12:45 PM Mar 30, 2021 IST | Desk Team
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिकी नेतृत्व से कोविड-19 महामारी और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए कहा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक गुटेरेस ने सोमवार को वर्चुअल मीटिंग के दौरान अमेरिकी स्टेट सेक्रेटरी एंटनी ब्लिंकेन से कहा, “संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका के बीच सहयोग हमारे आम कामकाज के लिए महत्वपूर्ण है। अमेरिका की प्रतिबद्धता और योगदान कोविड-19 समेत कई गंभीर वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए बहुत जरूरी है। यहां तक की सभी जगहों पर महामारी को खत्म करने के लिए वैश्विक टीकाकरण योजना की जरूरत है, जिसमें अमेरिका अहम भूमिका निभा सकता है।”
उन्होंने कहा, “मैंने प्रस्ताव दिया है कि जी 20 देशों को ऐसी योजना बनाने और कोऑर्डिनेट करने के लिए आपातकालीन टास्क फोर्स की स्थापना करनी चाहिए। लेकिन यह प्रभावी अमेरिकी नेतृत्व के बिना काम नहीं कर सकती। इसके अलावा शताब्दी के मध्य तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन के लिए भी एक वैश्विक गठबंधन बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका दोनों ही महामारी से उबरने और सतत विकास लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ने के महत्व को समझते हैं।
वहीं विश्व शांति को लेकर उन्होंने कहा, “हम अफगानिस्तान और यमन में स्थायी समझौतों तक पहुंचने के लिए काम करेंगे। लीबिया में अपने प्रयासों को मजबूत करेंगे। मध्य पूर्व में शांति प्रक्रिया को फिर से शुरू करने के लिए काम करेंगे। कुल मिलाकर हमें शांति के लिए युद्ध क्षेत्रों से लेकर घरों तक एक नया आंदोलन करने की जरूरत है, जहां महिलाओं और लड़कियों को लिंग आधारित हिंसा की महामारी का सामना करना पड़ रहा है।”
ब्लिंकेन ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा, “हमें एक साथ समस्याओं से निपटने के लिए, सहयोग करने के लिए समन्वय के तरीके खोजने की जरूरत है। निश्चित रूप से, संयुक्त राष्ट्र वह जगह है जहां देश आम चुनौतियों पर काम करने के लिए एक साथ आते हैं। लिहाजा हमारी सफलता में इसकी बड़ी भागीदारी है।” शुरूआती टिप्पणियों के बाद ब्लिंकेन और गुटेरेस ने आगे की बातचीत बंद दरवाजों के पीछे की।
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