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अनुपम खेर ने शेयर की 'मां का पल्लू' की कहानी, लोग हो रहे भावुक

अनुपम खेर अक्सर अपनी मां के साथ खट्टी मीठी नोकझोक करते रहते हैं, हाल ही में उन्होंने एक वीडियो शेयर किया जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अनुपम खेर इस वीडियो में मां की साड़ी की पल्लू के बारे में बात कर रहे हैं।

10:00 AM Jan 15, 2022 IST | Desk Team

अनुपम खेर अक्सर अपनी मां के साथ खट्टी मीठी नोकझोक करते रहते हैं, हाल ही में उन्होंने एक वीडियो शेयर किया जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अनुपम खेर इस वीडियो में मां की साड़ी की पल्लू के बारे में बात कर रहे हैं।

अनुपम खेर ने शेयर की  मां का पल्लू  की कहानी  लोग हो रहे भावुक
अनुपम खेर बॉलीवुड के वो अभिनेता है, जो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। देश-विदेश में चल रहे मामलों पर अपनी प्रतिक्रिया के साथ वह अक्सर अपनी मां दुलारी के साथ वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं, जिनको लोग काफी पसंद करते हैं। हाल ही में उन्होंने मां को लेकर एक इमोशनल वीडियो शेयर किया है। वीडियो में उनकी मां दुलारी तो नहीं हैं, लेकिन मां के बारे में उन्होंने ऐसी बात की है, जिसको सुनने के बाद फैंस भावुक हो रहे हैं।
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अनुपम खेर अक्सर अपनी मां के साथ खट्टी मीठी नोकझोक करते रहते हैं, हाल ही में उन्होंने एक वीडियो शेयर किया जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अनुपम खेर इस वीडियो में मां की साड़ी की पल्लू के बारे में बात कर रहे हैं।
वीडियो में अनुपम खेर कह रहे हैं, ‘एक छोटे से शहर से’। – जरा ये सुनिए! अन्य लोगों के दिलों को छूते हुए, ऐसी ही माँ के पल्लू की बात। मां का पल्लू का प्रदूषण, पोछने के काम में था, पर खाने के बाद के पल्लू से पवित्रा का एक खराब था। आंखों में दर्द होने पर मां का पल्लू का अभ्यास करने वाला फूंक मारकर आंख पे आंखों से देखा गया था। जब बच्चों को बाहर जाना होता है मैं तब मंग की शाही का पल्लू पक्की लो, कमबखते गूगल मैप की किसे जरूरत पड़ेगी। जब तक यह प्रबंध में रखा गया था, तब तक उसका पल्लू काम में रखा गया था जैसे कि भविष्य में आने वाले मौसमों में।
 आइसिंग में व्यवस्था को दुरुस्त करने और ठंडा करने के लिए है। माँ के पल्लू में धान, धान प्रसाद भी जैसे- तैसे हो। पल्लू में पहनी जाने वाली मां के साथ-साथ-फिरता भी होती है। खराब खराब होने से कुछ पैसे भी मिल रहे थे। बार माँ को अपनी पल्लू में हंसते, शर्माते तो कभी रोते देखा गया है। मेरी मां के पल्लू का, या तार वाला भी कोई भी जानवर होगा। अनिवार्य रूप से माँ का पल्लू एक सुगन्धित महसूस करता था। आज की जनरेशन को मां के पल्लू की इम्पोर्टेंश समझ में आती या नहीं, पर मुझे पूरा यकीन है कि आप में से बहुत से लोगों को यह सब सुनकर मां की और मां की पल्लू की बहुत याद आएगी।
 वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया था- मां का पल्लू: आप में से कितनो ने बालपन में #मांकापल्लू को कभी भी इस्तेमाल किया है? सच! #मांकापल्लू- मेरठ के बीच के एक पहेली प्रकरण। मेरठ ! ये अभी भी मेरी सुरक्षा है!’ इसके उन्होंने लिखा है, अपनी कहानियों को साझा करें साझा करें I माँ की जय हो! इसा कैपन के साथ उन्हें हार्ट इमोजी के साथ हाथ जौड़ सबी नहीं हैं।
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