सुप्रीम कोर्ट में तीन नए न्यायाधीशों की नियुक्ति, केंद्र ने दी मंजूरी
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर केंद्र की मुहर
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों को मानते हुए तीन न्यायाधीशों की नियुक्ति को मंजूरी दी है। न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया, विजय बिश्नोई और एएस चंदुरकर को सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत किया गया। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने नियुक्तियों की घोषणा की, जो राष्ट्रपति और भारत के मुख्य न्यायाधीश की सहमति से हुई।
केंद्र सरकार ने तीन उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों को सर्वोच्च न्यायालय में पदभार संभालने की सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश को मंजूरी दे दी। बता दें कि नियुक्त किए गए न्यायाधीश में कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया, गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई और बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एएस चंदुरकर है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 10 तारीख को नियुक्तियों की घोषणा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने भारत के मुख्य न्यायाधीश से परामर्श के बाद इन न्यायाधीशों को सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत करने की मंजूरी दे दी है। भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 26 मई, 2025 को अपनी बैठक में यह सिफारिश की।
न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया का करियर
न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया ने अगस्त 1988 में गुजरात उच्च न्यायालय में अपना कानूनी करियर शुरू किया था, 21 नवंबर, 2011 को अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किए गए और 6 सितंबर, 2013 को स्थायी न्यायाधीश बने। उन्होंने 25 फरवरी, 2024 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
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न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई का करियर
न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई, 8 जुलाई, 1989 को एक वकील से शुरूआत की उन्होंने राजस्थान उच्च न्यायालय और जोधपुर में केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण में प्रैक्टिस की। उन्हें 8 जनवरी, 2013 को राजस्थान उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 7 जनवरी, 2015 को वे स्थायी न्यायाधीश बने। उन्होंने 5 फरवरी, 2024 को गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया।
न्यायमूर्ति एएस चंदुरकर का करियर
न्यायमूर्ति एएस चंदुरकर ने जुलाई 1988 में मुंबई में अपना कानूनी करियर शुरू किया। 1992 में उन्होंने अपना अभ्यास नागपुर में स्थानांतरित कर दिया। उन्हें 21 जून, 2013 को बॉम्बे उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया।