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आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच संघर्ष जारी, अब संघर्ष वाले क्षेत्र के बाहर स्थित शहरों को बना रहा है निशाना

अलगाववादी क्षेत्र नगोरनो-काराबाख को लेकर आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच लड़ाई जारी है और अजरबैजान ने आर्मीनिया पर देश के उन शहरों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है जो संघर्ष वाले क्षेत्र से काफी दूर हैं।

01:42 PM Oct 05, 2020 IST | Desk Team

अलगाववादी क्षेत्र नगोरनो-काराबाख को लेकर आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच लड़ाई जारी है और अजरबैजान ने आर्मीनिया पर देश के उन शहरों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है जो संघर्ष वाले क्षेत्र से काफी दूर हैं।

अलगाववादी क्षेत्र नगोरनो-काराबाख को लेकर आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच लड़ाई जारी है और अजरबैजान ने आर्मीनिया पर देश के उन शहरों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है जो संघर्ष वाले क्षेत्र से काफी दूर हैं। अजरबैजान के राष्ट्रपति के सहयोगी हिकमत हाजियेव ने रविवार को कहा कि आर्मीनिया ने प्रक्षेपास्त्रों के हमले से बड़े शहरों गांजा और मिनगाचेविर को निशाना बनाया। 
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गांजा देश का दूसरा सबसे बड़ा शहर हैं जहां लाखों लोग रहते हैं। यह शहर नगोरनो-काराबाख की राजधानी स्टेपनाकर्ट से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित है और मिनगाचेविर की दूरी भी संघर्षवाले इलाके से लगभग इतनी ही है। इस क्षेत्र में 27 सितंबर को दोनों देशों के बीच संघर्ष शुरू हुआ था जो अजरबैजान के तहत आता है लेकिन इस पर स्थानीय आर्मीनियाई बलों का नियंत्रण है। यह 1994 में खत्म हुए युद्ध के बाद इस इलाके में सबसे गंभीर संघर्ष है। हाजियेव ने रविवार को एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें क्षतिग्रस्त इमारतें देखी जा सकती हैं। उन्होंने इसे गांजा में सघन आवासीय बस्तियों पर निशाना साधकर आर्मीनिया द्वारा किये गये बड़े मिसाइल हमलों का परिणाम बताया।
हालांकि वीडियो की प्रमाणिकता की अभी पुष्टि नहीं हो सकी है। हाजियेव ने रविवार को ही किये गए एक अन्य ट्वीट में कहा कि आर्मीनियाई बलों ने मिनगाचेविर को भी प्रक्षेपास्त्रों से निशाना बनाया जहां “कई जलाशय और प्रमुख विद्युत संयंत्र हैं।” आर्मीनिया के रक्षा मंत्रालय ने इन दावों को सिरे से खारिज किया है। मंत्रालय की प्रवक्ता सूसन स्टेपेनियन ने फेसबुक पर लिखा कि “आर्मीनिया की तरफ से अजरबैजान की दिशा में कोई गोलाबारी नहीं की गई” और आरोपों को “अजरबैजान की तरफ से हताशा में लगाया गया आक्षेप” करार दिया। 
नागोरनो-काराबाख के नेता अरायिक हारुतयुन्यान ने फेसबुक पर कहा कि उन्होंने गांजा में सैन्य ठिकानों को नेस्तानाबूद करने के लिए रॉकेट से हमलों का आदेश दिया था, लेकिन बाद में अपने बलों को गोलाबारी रोकने का आदेश दिया क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि आम नागरिक हताहत हों। उनके प्रवक्ता वहराम पोघोस्यान ने आर्मीनियाई मीडिया को रविवार को बताया कि नगोरनो-काराबाख बलों का मिनगाचेविर को निशाना बनाने का कोई कारण नहीं था। 
अजरबैजान के अधिकारियों ने गांजा में किसी सैन्य मिसाइल से गिरने से इनकार किया लेकिन कहा कि हमले में नागरिक ढांचों को नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने कहा कि हमले में एक आम नागरिक की मौत हुई है जबकि 32 अन्य जख्मी हुए हैं। अजरबैजान के रक्षा मंत्री जाकिर हासानोव ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘‘आर्मीनिया से अजरबैजान के क्षेत्रों पर हमले करना पूरी तरह उकसावे वाली कार्रवाई है।’’ 
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