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सरकार के बिचौलियों से हाथ मिलाने के कारण बिहार में उर्वरकों की कृत्रिम कमी पैदा की गई : भागवत खुपा

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री भागवत खुपा ने शुक्रवार को आज कहा कि बिहार ही नहीं पूरे देश में उर्वरक की कोई किल्लत नहीं है।

04:08 PM Sep 16, 2022 IST | Ujjwal Jain

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री भागवत खुपा ने शुक्रवार को आज कहा कि बिहार ही नहीं पूरे देश में उर्वरक की कोई किल्लत नहीं है।

सरकार के बिचौलियों से हाथ मिलाने के कारण बिहार में उर्वरकों की कृत्रिम कमी पैदा की गई    भागवत खुपा

पटना ,(पंजाब केसरी) : भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री भागवत खुपा ने शुक्रवार को आज कहा कि बिहार ही नहीं पूरे देश में उर्वरक की कोई किल्लत नहीं है। आंकड़ों के साथ राज्य में खाद की कमी के बिहार सरकार के दावे की धज्जियां उड़ाते हुए उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के बिचौलियों से हाथ मिलाने के कारण राज्य में उर्वरकों की कृत्रिम कमी पैदा की गई। आंकडों के जरिए उन्होंने बताया कि राज्य में जितनी उर्वरक की जरूरत है, उससे ज्यादा केंद्र सरकार द्वारा आपूर्ति की गई है। 

केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद डॉ संजय जायसवाल ने बिहार में पैदा की जा रही उर्वरकों की कमी और कालाबाजारी के बारे में जानकारी दी थी, जिसके बाद मैंने तय किया कि पटना में जाकर खुद ही इसकी हकीकत बयान करूं। उन्होंने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार में यह संस्कार बनाया गया है कि जनता को हर हाल में इंसाफ देना है। केवल वोट लेकर पांच वर्षों के लिए लोगों को भूलना नहीं है। इसी लक्ष्य और ध्येय के तहत मोदी सरकार आठ वर्षों से काम करते आ रही है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार कालाबाजारियों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह असफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कमजोर नेतृत्व के कारण किसानों के साथ निरंतर खेल हो रहा है।
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उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा प्रत्येक मंगलवार को राज्यों के साथ बैठक कर उर्वरकों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली जाती है। उन्होंने कहा कि बिहार में जमाखोरी कर किसानों के बीच यूरिया प्रत्येक बोरी 600 से 700 रुपये वसूल किए गए जबकि केंद्र सरकार राज्यों को 262 रुपये बोरी यूरिया उपलब्ध कराती है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले वर्ष उर्वरक में 1.29 लाख करोड सब्सिडी दी गई जबकि इस साल कीमतें बढ़ने के बावजूद उर्वरकों के दाम नहीं बढाए गये। इस साल 2.50 लाख करोड रुपये उर्वरक पर खर्च कर रही है।
 भूपा ने बताया कि वे पिछले तीन दिनों से बिहार के दौरे पर है। इस क्रम में उन्होंने बरौनी खाद कारखाने में हो रहे कार्यो का निरिक्षण भी किया है। उन्होंने संभावना जताते हुए कहा कि अक्टूबर में यहां से उत्पादन प्रारंभ होने की उम्मीद है। इसके लिए हमारी कोशिश है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी इसका शुभारंभ करें । उन्होंने कहा कि बरौनी कारखाना प्रारंभ होने से उर्वरकों की उपलब्धता और बढ़ेगी तथा किसानों को अत्यधिक फायदा होगा। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वे किसानों को उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराए। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि किसी भी परिस्थिति में केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य से एक रुपया भी अधिक देकर उर्वरक नहीं खरीदें। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में चार महीने का आंकडा भी जारी किया। इस संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन और प्रवक्ता मनोज शर्मा उपस्थित रहे।
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