देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Advertisement
Advertisement
Arvind Kejriwal : दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद, आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को आधिकारिक सीएम आवास खाली करना शुरू कर दिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, वह अब 5 फिरोजशाह रोड स्थित बंगले में शिफ्ट होंगे, जो वर्तमान में आप के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को आवंटित है।
Highlight :
आप ने इस कदम की पुष्टि करते हुए कहा, 'अरविंद केजरीवाल पार्टी सांसद अशोक मित्तल को आवंटित 5, फिरोजशाह रोड स्थित बंगले में शिफ्ट होंगे।' मित्तल ने स्वयं केजरीवाल को अपने आवास में शिफ्ट होने का प्रस्ताव दिया था। इससे पहले, पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री के आवास से कुछ तस्वीरें सामने आई थीं, जिसमें मिनी ट्रक आवास में सामान उतारते हुए दिखाई दे रहे थे। अशोक मित्तल ने कहा, 'जब अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिन पहले सीएम पद से इस्तीफा दिया, तो मुझे कुछ समय बाद पता चला कि उनके पास रहने के लिए घर नहीं है। मैंने उन्हें अपने दिल्ली स्थित घर में मेहमान के तौर पर रहने के लिए आमंत्रित किया।'
उन्होंने यह भी कहा कि यह उनके लिए खुशी की बात है कि केजरीवाल ने उनका घर चुना है, और वह उनके साथ रहने के दौरान उनसे सीखने का अवसर पाएंगे। पार्टी ने पहले बताया था कि केजरीवाल ऐसी संपत्ति की तलाश कर रहे हैं, जो विवाद मुक्त हो और वहां रहने में कोई समस्या न हो। इसके साथ ही, आम आदमी पार्टी ने बयान में कहा, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल जल्द ही सीएम आवास छोड़ देंगे और उनके लिए नए घर की तलाश तेज कर दी गई है। वह नई दिल्ली के आसपास रहने को प्राथमिकता दे रहे हैं, जहां से वह विधायक हैं।
बता दें कि, 17 सितंबर को केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया था, जिसके बाद आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। कुछ दिन पहले ही केजरीवाल को आबकारी नीति मामले में तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा किया गया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह तभी पद पर लौटेंगे जब उन्हें फरवरी 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों में दिल्ली की जनता से नया जनादेश और 'ईमानदारी का प्रमाण पत्र' मिलेगा।
आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल द्वारा पद का उत्तराधिकारी नामित किए जाने के बाद, आतिशी ने 22 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इस नई राजनीतिक स्थिति के बीच, केजरीवाल का आवास बदलना उनके लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो आगामी चुनावों की तैयारी में सहायक हो सकता है। अरविंद केजरीवाल की इस नई पारी की शुरुआत उनके लिए कई चुनौतियों और अवसरों का सामना करने का संकेत देती है, और आगामी चुनावों में उनकी राजनीतिक रणनीति पर इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है।