जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर सरकार को तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए : अशोक गहलोत
उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है। धनखड़ ने सोमवार को स्वास्थ्य का हवाला देकर इस्तीफा दे दिया, जिसको राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि धनखड़ जी के इस्तीफे पर सरकार को तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए। कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि धनखड़ जी ने पूरे देश को चौंका दिया है, आज तक किसी भी उपराष्ट्रपति का इस्तीफा नहीं हुआ है। यह स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दा नहीं लगता, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बनने के बाद अगर स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होती है तो बेहतर चिकित्सा का लाभ मिलता है।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर उठे सवाल
उन्होंने कहा कि जहां तक मैं देख सकता हूं, जगदीप धनखड़ का स्वास्थ्य ठीक प्रतीत होता है। जयपुर में मैंने धनखड़ जी से कहा था कि आप उपराष्ट्रपति और सभापति दोनों पदों को देख रहे हैं, आप दबाव में काम कर रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि मैं किसी दबाव में काम नहीं कर रहा हूं, मेरा स्वास्थ्य ठीक है। उनके इस्तीफे के पीछे स्वास्थ्य का कारण नहीं हो सकता है, इसकी जानकारी सिर्फ पीएम मोदी और मोहन भागवत को ही है। हाल ही में उन्होंने कहा था कि वह अगस्त 2027 में सेवानिवृत्त होंगे और अचानक इस्तीफा देने की बात सामने आ जाती है।
गहलोत ने सरकार से मांगा स्पष्टीकरण
उन्होंने कहा कि मैं सरकार से मांग करूंगा कि देशवासियों को उलझन में न रखें, वास्तविकता सबके सामने बता दें। इस्तीफे पर सरकार को तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए। धनखड़ के न्यायपालिका और किसान आंदोलन पर दिए बयान पर गहलोत ने कहा कि किसान हित की बात वह पार्लियामेंट के अंदर और बाहर किया करते थे। उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ को 75 साल होने में अभी एक साल का समय था। गहलोत ने इसके पीछे बड़े रहस्य होने की बात कही।