W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

Assam-Meghalaya border : विवादित स्थल पर भारी सुरक्षाबल तैनात, निषेधाज्ञा जारी

असम और मेघालय के बीच रविवार को लगातार छठे दिन यात्रा पाबंदी होने के साथ ही दोनों राज्यों की सीमा पर विवादित इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात है और निषेधाज्ञा आदेश अब भी लागू है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

11:44 AM Nov 27, 2022 IST | Desk Team

असम और मेघालय के बीच रविवार को लगातार छठे दिन यात्रा पाबंदी होने के साथ ही दोनों राज्यों की सीमा पर विवादित इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात है और निषेधाज्ञा आदेश अब भी लागू है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

assam meghalaya border   विवादित स्थल पर भारी सुरक्षाबल तैनात  निषेधाज्ञा जारी
असम और मेघालय के बीच रविवार को लगातार छठे दिन यात्रा पाबंदी होने के साथ ही दोनों राज्यों की सीमा पर विवादित इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात है और निषेधाज्ञा आदेश अब भी लागू है।अधिकारियों ने यह जानकारी दी।असम-मेघालय सीमा पर विवादित इलाके में हिंसा में छह लोगों की मौत हो गयी थी।इस बीच, असम पुलिस ने एक परामर्श जारी कर लोगों से मंगलवार को हुई घटना के बाद पड़ोसी राज्य की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है।
व्यावसायिक वाहनों पर कोई पाबंदी नहीं लगायी गयी 
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मेघालय में अब भी स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण नहीं है। असम के लोगों या वाहनों पर हमले हो सकते हैं, इसलिए हम लोगों से राज्य की यात्रा न करने के लिए कह रहे हैं। अगर किसी को जाना ही है तो हम उनसे मेघालय के पंजीकरण वाले वाहनों से जाने के लिए कहते हैं।’’अधिकारियों ने बताया कि असम से मेघालय में प्रवेश करने के दो अहम बिन्दुओं-गुवाहाटी में जोराबाट और कछार जिले में पुलिस के अवरोधक अब भी लगे हुए हैं। बहरहाल, सामान लेकर जा रहे ट्रक जैसे व्यावसायिक वाहनों पर कोई पाबंदी नहीं लगायी गयी है।
 विवादित स्थान पर मंगलवार सुबह हुई हिंसा
हिंसा वाले स्थान और आसपास के इलाकों में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत पाबंदियां लगायी गयी हैं।गौरतलब है कि असम-मेघालय सीमा के साथ पश्चिमी कार्बी आंगलोंग जिले में एक विवादित स्थान पर मंगलवार तड़के हुई हिंसा में एक वनरक्षक सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। झड़प उस समय हुई जब अवैध रूप से काटी गई लकड़ियों से लदे एक ट्रक को असम के वनकर्मियों द्वारा रोका गया।
Advertisement
Advertisement
Author Image

Advertisement
Advertisement
×