For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

अटल जी के नदी जोड़ो स्वप्न से मिली जनगण को सौगात

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की आज 100वीं जयंती…

10:36 AM Dec 24, 2024 IST | Editorial

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की आज 100वीं जयंती…

अटल जी के नदी जोड़ो स्वप्न से मिली जनगण को सौगात

उजियारे में, अंधकार में, कल-कछार में, बीच धार में, क्षणिक जीत में दीर्घ हार में, जीवन के शत्-शत् आकर्षक, अरमानों को ढलना होगा, कदम मिलाकर चलना होगा।।

कदम मिलाकर चलने का उद्घोष करने वाले भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की आज 100वीं जयंती है। भारत निर्माण के दृष्टा श्रद्धेय श्री अटल जी को शत्-शत् नमन। श्रद्धेय अटल जी ने संघ के स्वयंसेवक से लेकर राष्ट्रधर्म के संपादक, जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी के दायित्वों के बीच कार्यकर्ताओं की पीढ़ियां निर्मित की। व्यक्ति निर्माण, समाज निर्माण, राष्ट्र निर्माण की उनकी परिकल्पना के सभी पक्षाें ने देश की आधार प्रदान किया।

धरती को सुजलाम् सुफलाम् करने और समृद्धि के नए आयाम स्थापित करने के लिए श्रद्धेय अटल जी ने लगभग 20 वर्ष पूर्व नदी जोड़ो अभियान की संकल्पना की थी। उन्होंने देशभर की नदियों को जोड़कर बिखरी पड़ी जलराशि के समुचित प्रबंधन का सपना देखा था। उनका सपना था, देशभर की नदियां आपस में जुड़ें और जल की एक-एक बूंद का उपयोग समाज और राष्ट्र के लिए हो। श्रद्धेय अटल जी 100वीं जयंती पर आज मध्य प्रदेश में केन-बेतवा से विश्व की पहली नदी जोड़ो परियोजना द्वारा जल सुरक्षा का स्थायी समाधान करने की दिशा में महती कदम उठाया जा रहा है।

मुझे यह बताते हुये प्रसन्नता है कि आज हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री और वर्तमान पीढ़ी के भागीरथ श्री नरेन्द्र मोदी जी खजुराहो में देश की पहली, महत्वाकांक्षी केन-बेतवा नदी जोड़ी राष्ट्रीय परियोजना का शिलान्यास करेंगे। इसी के साथ श्रद्धेय अटल जी का नदियों को आपस में जोड़ने का संकल्प और समृद्धि का सपना मूर्तरूप लेगा। यह परियोजना छतरपुर और पन्ना जिले में केन नदी पर विकसित की जा रही है। इसमें पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊंचाई एवं 2.13 किलोमीटर लंबाई के दौधन बांध एवं 2 टनल का निर्माण होगा। बांध में 2 हजार 853 मिलियन घन मीटर जल का भंडारण किया आयेगा। केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना से बुंदेलखंड के हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचेगा। प्रदेश में बिजली, कृषि, उद्योग और पेयजल के लिए भरपूर पानी उपलब्ध होगा। खेत को पानी मिलने से फसलों का अमृत बरसेगा।

मध्य प्रदेश कृषि बाहुल्य प्रदेश है। प्रदेश में सिचाई का रकबा 50 लाख हैक्टेयर से बढ़ाकर एक करोड़ हैक्टेयर तक पहुंचाने का हमारा लक्ष्य है। यह हमारे लिये प्रसन्नता का विषय है कि मध्य प्रदेश, इस समय जनकल्याण पर्व मना रहा है। अटल जी के 100वीं जयंती पर त्रिपक्षीय अनुबंध से केन-बेतवा नदी जोडी राष्ट्रीय परियोजना की सौगात प्रदेशवासियों को मिलना अद्भुत संयोग है। एक साथ प्रदेश में दो नदी जोड़ो परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाना ऐतिहासिक अवसर है। यह हमारे लिये गर्व की बात है कि इतिहास में बुंदेलखंड शौर्य, पराक्रम, वीरता और बलिदान का प्रतीक है। वीरों की भूमि बुंदेलखंड अब नदी परियोजना से विकास की भूमि के रूप में जानी जायेगी।

मुझे बताते हुये आनंद है कि आज ही के दिन प्रदेश में ऊर्जा आत्मनिर्भरता और ग्रीन ऊर्जा के प्रति किये गये प्रयास धरातल पर उतरने वाले हैं। लोकतंत्र की प्रथम इकाई, ग्राम पंचायत से आरंभ होती है। अटल जी ने गांव को सुशासित और सशक्त बनाने का अभियान चलाया था। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रद्धेय अटलजी के स्वप्न को साकार करने के लिये गांव को आत्मनिर्भर, स्वच्छ, समृद्ध और सुशासित बनाने का संकल्प लिया है। श्रद्धेय अटल जी की 100वीं जन्म जयंती पर आज शुरू होने वाली ऐतिहासिक परियोजनाओं और कार्यों से प्रगति के नये द्वार खुलेंगे। बुंदेलखंड जलशक्ति से संपन्न हो जायेगा और किसान समृद्ध होंगे। इससे समूचे क्षेत्र में खुशहाली आयेगी और युवाओं की नौकरी के लिये पलायन नहीं करना पड़ेगा।

सौभाग्य से यह सब संभय हुआ है प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व और डबल इंजन की सरकार से। हमारी सरकार ने पहली बार रीजनार इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित कर उद्योगों को छोटे शहरों तक पहुंचाने का नवाचार किया है। यह कार्य और आगे बढ़ेगा। मध्यप्रदेश प्रगति और उन्नति का नया इतिहास रच कर अराणी राज्य के रूप में आकार लेगा। राष्ट्र दृष्टा श्रद्धेय अटल जी ने अपने दूरदर्शी नेतृत्य से देश को जहां अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर पहुंचाया, वहीं भविष्य के लिये नदी जोड़ो परियोजनाओं की संकल्पना से राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था। उसी पर चलकर मध्यप्रदेश समृद्धि, विकास, निर्माण और खुशहाली का नया अध्याय रचेगा। श्रद्धेय अटल जी के जन्म के 100वें वर्ष में देश में पहली बार मध्यप्रदेश में दो नहीं जोड़ो परियोजनाओं की साकार करने की पहल पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय स्व. अटल बिहारी बाजपेयी जी को संपूर्ण राष्ट्र की आदरांजलि है।

Advertisement
Advertisement
Advertisement
×