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AUS vs IND: मेलबर्न में बना इतिहास, 147 साल में पहली बार हुआ ये कारनामा

नितीश और वाशिंगटन की साझेदारी ने बचाई भारतीय टीम, बना नया रिकॉर्ड

03:28 AM Dec 28, 2024 IST | Nishant Poonia

नितीश और वाशिंगटन की साझेदारी ने बचाई भारतीय टीम, बना नया रिकॉर्ड

aus vs ind  मेलबर्न में बना इतिहास  147 साल में पहली बार हुआ ये कारनामा

मेलबर्न में चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज नितीश कुमार रेड्डी ने तीसरे दिन शानदार खेल दिखाते हुए अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा। नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने आए नितीश ने मुश्किल परिस्थितियों में टीम को संभाला और 176 गेंदों में 105 रन बनाकर नाबाद रहे। उनकी इस पारी ने न केवल भारतीय टीम को संकट से उबारा, बल्कि टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में एक अनोखा रिकॉर्ड भी बना दिया।

147 साल में पहली बार ऐसा हुआ

नितीश और नंबर 9 पर बल्लेबाजी करने आए वाशिंगटन सुंदर ने मिलकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया। खास बात यह रही कि दोनों बल्लेबाजों ने 150 से ज्यादा गेंदें खेलीं, जो टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में पहली बार हुआ। नितीश ने 59.66 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 10 चौके और 1 छक्का लगाया, जबकि वाशिंगटन ने 162 गेंदों पर 50 रन बनाए।

शतक के साथ नितीश का खास रिकॉर्ड

अपनी शानदार पारी के साथ नितीश रेड्डी ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बन गए। उनसे पहले यह उपलब्धि सचिन तेंदुलकर और ऋषभ पंत ने हासिल की थी। सचिन ने 1992 में 18 साल और 256 दिन की उम्र में शतक लगाया था, जबकि पंत ने 2019 में 21 साल और 92 दिन की उम्र में यह कारनामा किया। नितीश ने 21 साल और 216 दिन की उम्र में यह मुकाम हासिल किया।

साझेदारी ने बचाई टीम

नितीश और वाशिंगटन सुंदर ने 127 रनों की साझेदारी कर टीम को संकट से बाहर निकाला। जब भारत का स्कोर 232/8 था, तब ऐसा लग रहा था कि टीम जल्दी ही सिमट जाएगी। लेकिन इन दोनों बल्लेबाजों ने संयम और दृढ़ता दिखाते हुए भारत को 358/9 के स्कोर तक पहुंचाया।

तीसरे दिन की समाप्ति पर स्थिति

दिन का खेल खत्म होने तक नितीश 105* और मोहम्मद सिराज 2* रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। भारतीय टीम अभी भी 116 रनों से पीछे है। खराब रोशनी और हल्की बूंदाबांदी के कारण अंपायर्स ने दिन का खेल जल्दी खत्म कर दिया।

नितीश रेड्डी की इस पारी ने न केवल भारतीय टीम को संभाला, बल्कि यह साबित किया कि युवा खिलाड़ियों में बड़े मंच पर बेहतरीन प्रदर्शन करने की काबिलियत है। उनकी यह पारी लंबे समय तक याद रखी जाएगी।

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Nishant Poonia

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