Axiom 4 Mission: जानें कौन है शुभांशु शुक्ला की पत्नी, बचपन की दोस्ती से जीवनसाथी तक का सफर
भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला Axiom 4 Mission पर रवाना होने की खबर ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। लेकिन इस ऐतिहासिक पल के पीछे एक ऐसी शख्सियत भी है, जिसने शुभांशु के सपनों को पूरा करने में हमेशा साथ दिया—उनकी पत्नी डॉ. कामना शुक्ला।
Axiom 4 Mission: बचपन की दोस्ती से जीवनसाथी तक का सफर
कामना और शुभांशु की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। दोनों की मुलाकात प्राइमरी स्कूल के दिनों में हुई थी। कक्षा 3 से ही दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे और धीरे-धीरे उनकी दोस्ती गहरी होती चली गई। कामना ने एक इंटरव्यू में बताया कि शुभांशु बचपन से ही शर्मीले और शांत स्वभाव के थे, लेकिन उनका सपना हमेशा आसमान को छूने का रहा। समय के साथ यह दोस्ती प्यार में बदल गई और पारिवारिक सहमति से दोनों की शादी हो गई। कामना पेशे से एक डेंटिस्ट हैं और उन्होंने हमेशा शुभांशु के करियर को पूरा समर्थन दिया।
Axiom 4 Mission से पहले शुभांशु का इमोशनल मैसेज
अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरने से पहले शुभांशु ने अपनी पत्नी को एक भावुक संदेश लिखा, जिसने सभी का ध्यान खींचा। उन्होंने लिखा, "हम 25 जून की सुबह जल्दी ही इस ग्रह को छोड़ने की योजना बना रहे हैं, इसलिए मैं इस मिशन में शामिल सभी लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और साथ ही घर पर मौजूद सभी लोगों को उनके आशीर्वाद और प्यार के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।" यह संदेश पढ़कर कामना की आँखें नम हो गईं। उन्होंने कहा कि शुभांशु हमेशा से बहुत संवेदनशील रहे हैं और उनका यह मैसेज उनके प्यार और जिम्मेदारी की भावना को दर्शाता है।
कामना की प्रतिक्रिया: गर्व और चिंता का मिश्रण
जब शुभांशु ने अंतरिक्ष यात्री बनने का फैसला किया, तो कामना ने उनका पूरा साथ दिया। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि जब वह अंतरिक्ष में जाते हैं, तो उनकी चिंता बढ़ जाती है। उन्होंने कहा, "हर पत्नी की तरह मैं भी उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहती हूँ, लेकिन मुझे उन पर और हमारे वैज्ञानिकों पर पूरा भरोसा है।"
कामना ने यह भी बताया कि शुभांशु का पहला प्यार हमेशा से आसमान रहा है और वह उनके इस जुनून को समझती हैं। उन्होंने कहा, "जब वह आसमान की ओर देखते थे, तो मैं समझ जाती थी कि उनका दिल वहीं है। मैंने हमेशा उनके सपनों का सम्मान किया और आज जब वह अंतरिक्ष में हैं, तो मुझे उन पर गर्व है।"
डॉ. कामना शुक्ला न केवल एक सफल डेंटिस्ट हैं, बल्कि एक ऐसी जीवनसाथी भी हैं, जिन्होंने हमेशा अपने पति के सपनों को प्रोत्साहित किया। शुभांशु के अंतरिक्ष मिशन पर जाने के बाद उनकी भावनाएँ गर्व, प्यार और थोड़ी चिंता से भरी हुई हैं। लेकिन उनका विश्वास और समर्थन ही वह ताकत है, जो शुभांशु को इस ऐतिहासिक उपलब्धि तक लेकर गई। कामना और शुभांशु की यह प्रेरणादायक कहानी साबित करती है कि सच्चा प्यार और सपनों का साथ ही जीवन में सफलता की कुंजी है।