टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलसरकारी योजनाहेल्थ & लाइफस्टाइलट्रैवलवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

अब ग्रेटर हैदराबाद में बाबरी मस्जिद स्मारक बनाने का हुआ ऐलान, इस मुस्लिम संगठन ने भरी हामी!

01:57 PM Dec 07, 2025 IST | Amit Kumar
Babri Masjid Memorial ( credit S-M)

Babri Masjid Memorial: अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की 33वीं बरसी पर ग्रेटर हैदराबाद में बाबरी मस्जिद का स्मारक (मेमोरियल) बनाने का ऐलान किया गया है। यह घोषणा तहरीक मुस्लिम शब्बन संगठन ने की। संगठन के अध्यक्ष मुश्ताक मलिक ने बताया कि स्मारक निर्माण की तारीख जल्द सार्वजनिक की जाएगी। मलिक के अनुसार किसी को "बाबर" नाम से डरने या नाराज़ होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह पूरा विवाद केवल एक राजनैतिक मुद्दा बनाकर लोगों को बांटने की कोशिश है।

Advertisement

West Bengal News Today: मुर्शिदाबाद में नींव रखने पर बढ़ा विवाद

कुछ दिनों पहले पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर बड़ा हंगामा हुआ था। इस कार्यक्रम में शामिल विधायक हुमायूं कबीर ने कहा था कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है। उनका कहना था कि भारत का संविधान हर धर्म को पूजा-स्थल बनाने की स्वतंत्रता देता है, जैसे मंदिर और चर्च बन सकते हैं, वैसे ही मस्जिद बनाना भी वैध है।

हालांकि इस कार्यक्रम के बाद टीएमसी ने हुमायूं कबीर को पार्टी से निलंबित कर दिया। कबीर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने माना था कि बाबरी मस्जिद को गिराया गया था, लेकिन हिंदू समुदाय की भावनाओं को देखते हुए वहां राम मंदिर बनाने की अनुमति दी गई। उनका कहना है कि जैसे सागरदिघी में राम मंदिर की नींव रखी गई, उसी तरह उन्हें भी मस्जिद का निर्माण करने का अधिकार है। उन्होंने इस प्रस्तावित मस्जिद का बजट 300 करोड़ रुपये बताया।

Babri Masjid Memorial ( credit S-M)

Babri Masjid News: राम मंदिर पर मलिक का बयान

तहरीक मुस्लिम शब्बन के अध्यक्ष मुश्ताक मलिक ने इतिहास और धार्मिक ग्रंथों का हवाला देते हुए कहा कि तुलसीदास की रामचरितमानस में कहीं भी राम मंदिर का उल्लेख नहीं मिलता। उनका दावा है कि यह ग्रंथ बाबरी मस्जिद बनने के करीब 60 साल बाद लिखा गया था। इसलिए इसमें मंदिर तोड़े जाने या विवादित स्थल का कोई जिक्र नहीं है।

मलिक ने यह भी कहा कि मुगल शासन के दौर में धार्मिक गतिविधियों पर रोक नहीं थी। उन्होंने बताया कि अकबर के शासनकाल में हवन-पूजा भी होती थी और तुलसीदास तथा अकबर के बीच पत्राचार भी माना जाता है। मलिक का कहना है कि इस पूरे विवाद ने देश में धर्मों के बीच सद्भाव को कमजोर किया है।

Babri Masjid Memorial ( credit S-M)

Babri Masjid Memorial: BJP ने जताया विरोध

वहीं, भाजपा ने इस मस्जिद निर्माण की पहल और उससे जुड़े बयानों का कड़ा विरोध किया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी धार्मिक ध्रुवीकरण करने के लिए ऐसे कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि बाबर भारत की संस्कृति को नुकसान पहुंचाने आया था और उसने गुरु नानक देव का भी अपमान किया था।

यह भी पढ़ें: गोवा के नाइट क्लब में लगी भीषण आग, 23 लोगों की गई जान…मृतकों के लिए 2 लाख मुआवजे का ऐलान

Advertisement
Next Article