बादल ने कांग्रेस पर साधा निशाना , कहाँ - कांग्रेस विधायक पंजाब में शराब माफिया चला रहे हैं और सोनिया इसमें भागीदार
पिछले दिनों नकली शराब के कारण पंजाब के सीमावर्ती जिलों में हुई मौतों के कारण आज एक बार फिर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल और पूर्व केबिनेट मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया ने कैप्टन सरकार पर सियासी हमला करते कहा
10:34 PM Aug 14, 2020 IST | Shera Rajput
लुधियाना-खन्ना : पिछले दिनों नकली शराब के कारण पंजाब के सीमावर्ती जिलों में हुई मौतों के कारण आज एक बार फिर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल और पूर्व केबिनेट मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया ने कैप्टन सरकार पर सियासी हमला करते कहा कि कांग्रेस विधायक पंजाब में शराब माफिया चला रहे थे और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इसमें ‘भागीदार’ थी और यही वजह थी कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नही कर रहे हैं।
यहां एक विशाल धरने को संबोधित करते हुए बहोमाजरा में कांग्रेसी के संरक्षण में शराब माफिया द्वारा चलाई जा रही अवैध डिस्टलरी के खिलाफ कहा कि कांग्रेसी राज्य को लूट रहे थे जिससे न केवल आबकारी राजस्व में 5600 करोड़ रूपये का भारी नुकसान हुआ बल्कि हाल ही में जहरीली शराब त्रासदी में 130 मौतें भी हुई हैं।
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों की समस्याओं के प्रति पूरी तरह असंवेदनशील हैं और उन्होने पिछले साढ़े तीन साल में केवल सात बार पंजाब का दौरा किया है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ एक बार अपने गृहनगर पटियाला गए थे। उन्होनने कहा कि ‘ हमारे पास कभी ऐसे मुख्यमंत्री नही बना जो लोगों की पहुंच से बेहद दूर हो तथा चंडीगढ़ में अपने फार्म हाउस में रहता हो तथा लोगों से मिलने से इंकार करता हो’। मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी में कांग्रेस विधायकों ने अपना शराब और रेत माफिया बनाया है तथा जनता के साथ साथ राज्य के खजाने को भी लूट रहे हैं।
सरदार बादल ने कहा कि आबकारी राजस्व में हो रही गिरावट कांग्रेस माफिया के कारण हो रही है। उन्होने कहा कि अकाली-भाजपा कार्यकाल के दौरान 5000 करोड़ रूपये के राजस्व, कांग्रेस के कार्यकाल में आबकाारी राजस्व 3500 करोड़ रूपये ही रह गया है। उन्होने कहा कि यही कारण है कि समाज भलाई योजनाओं को चलाने के लिए धन नही था और आटा-दाल कार्ड हटाए जा रहे थे और समाज कल्याण योजनाएं जारी नही की जा रही हैं।
सरदार बादल ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल पंजाबियों का एक परिवार है, तथा अकाली-भाजपा कार्यकाल के दौरान किसनों को मुफ्त बिजली मिली, पिछड़े वर्गों को आटा-दाल तथा शगुन योजनाएं मिली, यहां तक कि बिजली भी सरप्लस दी गई और विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा बनाया गया। उन्होने घोषणा की कि एक बार अकाली-भाजपा के सत्ता में लौटने के बाद नई सरकार राज्य के सभ 12,700 गांवों में सभी सडक़ों और नालियों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
इस अवसर पर बोलते हुए वरिष्ठ नेता महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने पुलिस से मांग की कि अवैध डिस्टलरी मामले में कांग्रेस विधायक गुरकीरत कोटली की भूमिका की जांच की जाए। उन्होने कहा कि खन्ना पुलिस जानबूझकर डिस्टलरी स्थापित करने वाले कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय छोटी मछलियों को निशाना बना रही है। सरदार ग्रेवाल ने पुलिस अधिकारियो को चेतावनी दी कि अगर उन्होने इस मामले में न्याय सुनिश्चित नही किया तो एकबार अकाली-भाजपा के सत्ता में वापिस आने के बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व मंत्री सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने इस अवसर पर कहा कि अवैध डिस्टलरी उस समय फली-फूली थी जब एक गुरसिख परिवार और एक दलित के खिलाफ क्रूरता करने वाले विवादास्पद एसएचओ बलजिंदर सिंह को कस्बे में तैनात किया गया था। उन्होने यह भी मांग की कि हाल ही में हुए जहरीली शराब त्रासदी के दौरान ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोपी सभी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होने कहा कि जब तरनतारन में एक एसएचओ और डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, तक एसएसपी ध्रुव दहिया को अमृतसर ग्रामीण में यह पोस्ट देकर पुरस्कृत किया गया था। उन्होने कहा कि यह बेहद चौंकाने वाला है कि मुख्यमंत्री ने ऐसे अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसका बचाव करने का चुना , जिसपर जालंधर में कैश जब्त मामले में दिन दिहाड़े का आरोप था।
इस अवसर पर डॉ. चरनजीत सिंह अटवाल, हीरा सिंह गाबडिय़ा, शरनजीत सिंह ढिल्लों, संता सिंह उम्मैदपुरी तथा गुरप्रीत सिंह राजुखन्ना ने भी संबोधित किया।
– सुनीलराय कामरेड
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