बहिबल कलां गोलीकांड : पुलिस अधिकारियों द्वारा लगाई गई अग्रिम जमानत की अपील पर फैसला टला
फरीदकोट सेशन कोर्ट में पंजाब पुलिस के 3 अधिकारियों द्वारा एसआईटी के कसते शिकंजे से बचने के लिए लगाई गई अग्रिम जमानत की अपील पर फैसला
लुधियाना-फरीदकोट : फरीदकोट सेशन कोर्ट में पंजाब पुलिस के 3 अधिकारियों द्वारा एसआईटी के कसते शिकंजे से बचने के लिए लगाई गई अग्रिम जमानत की अपील पर फैसला बार एसोसिएशन की हड़ताल के कारण आज टल गया। जानकारी के मुताबिक अग्रिम जमानत की अर्जी का फैसला अब 1 फरवरी को होने वाली बहस के उपरांत किया जाएंगा। स्मरण रहे विक्रमजीत सिंह, अमरजीत सिंह नाम पुलिस अधिकारियों ने अग्रिम जमानत के लिए अर्जी पाटीशन दाखिल की थी। एसआईटी ने उक्त तीनों पुलिस अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए पेश होने के लिए कहा था।
पंजाब सरकार द्वारा जस्टिस (सेवामुक्त) रंजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट के बाद अगस्त 2018 में पुलिस स्टेशन बाजखाना में तत्कालीन एसएसपी मोगा चरणजीत शर्मा, एसपी विक्रमजीत सिंह, इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह और सब इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह समेत चारों पुलिस मुलाजिमों पर इरादा कत्ल का केस दर्ज किया गया था।
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इनमें से चरणजीत शर्मा को पिछले दिनों एसआईटी के जिम्मेदार अधिकारियों ने होशियारपुर स्थित रिहायश से गिरफतार कर लिया था और एसपी विक्रमजीत सिंह और इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह ने सोमवार जबकि मंगलवार को तत्कालीन थाना प्रभारी अमरजीत सिंह कुलार ने अदालत में अग्रिम जमानत हेतु अर्जी लगाई है लेकिन आज बहस नहीं हो पाई।
उधर गोलीकांड में मारे गए किशन भगवान सिंह के परिवारिक सदस्यों ने पुलिस अधिकारियों की जमानत अर्जी नामंजूर करने की अपील की है। किशन भगवान के पुत्र सुखराज सिंह तीनों पुलिस अधिकारियों की अग्रिम जमानत अर्जी को रदद करवाने की अपील करने हेतु फरीदकोट की अदालत में पहुंचे हुए थे। आज अदालत पहुंचे सुखराज सिंह को पता चला कि हड़ताल के कारण बहस नहीं हो रही, इसलिए मामला 1 फरवरी पर चला गया।
इसी दौरान सुखराज सिंह ने पंजाब सरकार द्वारा कायम की गई विशेष जांच टीम द्वारा चरणजीत शर्मा की गिरफतारी पर तसल्ली प्रकट करते हुए कहा कि अब लगने लगा है कि इंसाफ जरूर मिलेंगा। सुखराज सिंह के पिता भाई किशन भगवान सिंह की बहिबल कलां गोलीकांड के दौरान पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई थी। 14 सितंबर 2015 को घटित इस गोलीकांड के दौरान दूसरी मौत गुरजीत सिंह बिटटू की हुई थी जबकि पुलिस ने शांतिपूर्वक रोष प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलियां चलाई थी।
सुनीलराय कामरेड