For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

Baisakhi 2025 Wishes: 'बैसाखी की लख-लख बधाइयां...' भेजें ये शुभकामना संदेश और मनाएं यह खास त्योहार

चारों तरफ नई फसल की बहार है, देखो आया बैसाखी का त्योहार है

05:45 AM Apr 12, 2025 IST | Prachi Kumawat

चारों तरफ नई फसल की बहार है, देखो आया बैसाखी का त्योहार है

baisakhi 2025 wishes   बैसाखी की लख लख बधाइयां     भेजें ये शुभकामना संदेश और मनाएं यह खास त्योहार

बैसाखी 2025: देशभर में बैसाखी का त्योहार हर साल 13 अप्रैल या कभी 14 अप्रैल को मनाया जाता है। इस त्योहार को देश के अलग-अलग हिस्सों में काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। बैसाखी के दौरान फसलों की कटाई शुरू हो जाती है। इस त्योहार के देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नाम हैं, जैसे- बंगाल में ‘नबा वर्षा’, केरल में ‘पूरम विशु’ और असम में ‘बिहू’। इस मंगल दिन लोग अपने प्रियजनों का मुंह मीठा कराते हैं और इस त्योहार की शुभकामनाएं देते हैं। आप भी अपने दोस्तों और करीबियों को यह शुभकामना संदेश भेजें और इस खास दिन को उनके साथ मनाएं।

1. “आज है दिन खुशी मनाने का,
हो जाओ सब तैयार,
काट के फसल भोग गुरूद्वारे लगाने को,
सब को मुबारक हो किसान का त्यौहार!”

2. “बैसाखी पर हर खेत लहराए,

हर किसान के आँगन में खुशियां ही खुशियां हों।

आपको बैसाखी की शुभकामनाएं!”

3. “बैसाखी के अवसर पर फसल की पहली बालियां,

ईश्वर का पहला आशीर्वाद होती हैं।

आपको बैसाखी की शुभकामनाएं!”

4. “न कभी हो किसी से गिला-शिकवा,
एक पल न गुजरे खुशियों बिन।
बैसाखी की बधाई!”

5. “जब धरती सोने जैसी लहराए,

समझो बैसाखी आई है।

आपको बैसाखी की शुभकामनाएं!”

6. “सुबह-सुबह उठ के हो जाओ फ्रेश,
पहन लो आज सबसे अच्छा कोई ड्रेस,
दोस्तों के साथ अब चलो घूमने,
बोल दो बैसाखी की शुभकामनाएं
जो आए आपके सामने!
बैसाखी की लख-लख बधाई आपको जी!”

7. “खेतों में खुशहाली,

घरों में रौशनी—बैसाखी का असली सार ही यही है।

आपको बैसाखी की शुभकामनाएं!”

8. “सुबह से शाम तक वाहे गुरु की कृपा,
ऐसे ही गुजरे हर एक दिन,
न कभी हो किसी से गिला-शिकवा,
एक पल न गुजरे खुशियों बिन।”

9. “बैसाखी के अवसर पर फसल की पहली बालियां,

ईश्वर का पहला आशीर्वाद होती हैं।

आपको बैसाखी की शुभकामनाएं!”

10. “चारों तरफ नई फसल की बहार है,
देखो आया बैसाखी का त्योहार है,
भंगड़ा, गिद्दा पाओ,
खुश होकर इस दिन का जश्न मनाओ।”

Advertisement
Advertisement
Author Image

Prachi Kumawat

View all posts

Advertisement
×