W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

उत्तराखंड में बाबा रामदेव की 5 दवाओं के उत्पादन पर लगी रोक

बाबा राम देव के लिए बुरी खबर है बाबा राम देव की पांच दवाओं के भ्रामक विज्ञापनों’ का हवाला देते हुए आयुर्वेद और यूनानी लाइसेंस अथॉरिटी, उत्तराखंड ने पतंजलि के उत्पादों को बनाने वाले दिव्य फार्मेसी को 5 दवाओं के उत्पादन पर रोक लगा दी है इन दंवाओं की शिकायत केरल के एक डॉक्टर केवी बाबू ने जुलाई में की थी।

06:03 PM Nov 10, 2022 IST | Desk Team

बाबा राम देव के लिए बुरी खबर है बाबा राम देव की पांच दवाओं के भ्रामक विज्ञापनों’ का हवाला देते हुए आयुर्वेद और यूनानी लाइसेंस अथॉरिटी, उत्तराखंड ने पतंजलि के उत्पादों को बनाने वाले दिव्य फार्मेसी को 5 दवाओं के उत्पादन पर रोक लगा दी है इन दंवाओं की शिकायत केरल के एक डॉक्टर केवी बाबू ने जुलाई में की थी।

उत्तराखंड में बाबा रामदेव की 5 दवाओं के उत्पादन पर लगी रोक

बाबा राम देव के लिए बुरी खबर है बाबा राम देव की पांच दवाओं के भ्रामक विज्ञापनों’ का हवाला देते हुए आयुर्वेद और यूनानी लाइसेंस अथॉरिटी, उत्तराखंड ने पतंजलि के उत्पादों को बनाने वाले दिव्य फार्मेसी को 5 दवाओं के उत्पादन पर रोक लगा दी है इन दंवाओं की शिकायत केरल के एक डॉक्टर केवी बाबू ने जुलाई में की थी। उन्होंने पतंजलि के दिव्य फार्मेसी की ओर से ड्रग्स एंड मैजिक रेमिडीज (ऑब्जेक्शनेबल अडवर्टाइजमेंट) ऐक्ट 1954, ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक ऐक्ट 1940 और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक रूल्स 1945 के बार-बार उल्लंघन का आरोप लगाया था। बाबू ने राज्य के लाइसेंसिंग अथॉरिटी (एसएलए) को 11 अक्टूबर को एक बार फिर ईमेल के जरिए शिकायत की है। बता दें अथॉरिटी ने पतंजलि को फॉर्मुलेशन शीट और लेबल में बदलाव करते हुए सभी 5 दवाओं के लिए मंजूरी लेने को कहा है। इस आदेश में कहा गया है कि कंपनी संशोधन के लिए मंजूरी लेने के बाद ही दोबारा उत्पादन शुरू कर सकती है। दिव्य फार्मेसी को भेजे गए लेटर (जिसकी एक कॉपी एचटी के पास है) में जॉइंट डायरेक्टर और ड्रग कंट्रोलर डॉ. जीसीएन जंगपांगी ने कंपनी को मीडिया स्पेस से तुरंत ‘भ्रामक और आपत्तिजनक विज्ञापनों’ को हटाने को कहा है। भविष्य में स्वीकृत विज्ञापन ही चलाने की सलाह देते हुए उत्पादन लाइसेंस वापस लिए जाने की चेतावनी दी गई है। अथॉरिटी ने इस मुद्दे पर कंपनी से एक सप्ताह में जवाब भी मांगा है।   
पतंजली के प्रवक्ता का दावा नहीं मिला लेटर
इस मामले पर पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला का कहना है कि उन्हें स्टेट लाइसेंसिंग अथॉरिटी से अभी ऐसा कोई लेटर नहीं मिला है। उन्होंने एचटी से कहा, ”हमने सिर्फ मीडिया में लेटर के बारे में पढ़ा है। लेकिन कोई पुष्टि नहीं है, क्योंकि हमें यह नहीं मिला है।

Advertisement
Advertisement W3Schools
Author Image

Advertisement
×