Bayern Munich ने जीता सुपरकप, Luis Díaz का डेब्यू गोल बना मैच का टर्निंग पॉइंट
Luis Díaz ने Bayern Munich के लिए पहले ही मैच में दिखाया जलवा, ट्रॉफी के साथ डेब्यू
जर्मनी के सुपरकप मुकाबले में Bayern Munich ने स्टटगार्ट को 2-1 से हराकर सीज़न की शुरुआत एक शानदार जीत के साथ की। इस मैच में सबसे ज्यादा चर्चा Luis Diaz की रही, जिन्होंने क्लब के लिए अपने पहले ही मुकाबले में गोल दागा और टीम को ट्रॉफी जिताने में अहम भूमिका निभाई।
मैच की शुरुआत से ही Bayern Munich का खेल पर पूरा कंट्रोल था। 18वें मिनट में हैरी केन ने गोल करते हुए टीम को बढ़त दिलाई। ये गोल उन्हें गेंद के सही समय पर सही जगह गिरने की वजह से मिला, और उन्होंने मौके का फायदा उठाते हुए सीधे गेंद को नेट में डाल दिया। मैच के बाद हैरी केन ने कहा, "To start with a trophy is the most important thing." उनके करियर का यह सिर्फ दूसरा खिताब है।
हालांकि स्टटगार्ट ने भी अच्छी टक्कर दी और Bayern Munich को रोकने की कोशिश की। स्टटगार्ट के निक वोल्टेमाडे ने एक शानदार मौका बनाया, लेकिन Bayern Munich के गोलकीपर मैनुअल नॉयर ने बेहतरीन बचाव कर दिया। वोल्टेमाडे को लेकर यह भी चर्चा थी कि Bayern Munich उन्हें खरीदना चाहता था, लेकिन ट्रांसफर फीस पर दोनों क्लबों के बीच बात नहीं बन पाई।
Bayern ने 11वीं बार सुपरकप अपने नाम किया, हैरी केन भी रहे गोल स्कोरर्स में शामिल
दूसरे हाफ में बायर्न की बढ़त और मजबूत हो गई जब 77वें मिनट में लुइस डियाज़ ने शानदार गोल किया। यह डियाज़ का बायर्न के लिए पहला गोल था। खास बात यह रही कि जब उन्होंने गोल किया, उस समय स्टटगार्ट का एक खिलाड़ी चोट के कारण मैदान से बाहर इलाज करवा रहा था। स्टटगार्ट के कोच ने इस पर थोड़ी नाराज़गी भी जताई और कहा कि खिलाड़ी को मैदान पर ही तकलीफ़ झेलनी चाहिए थी, बाहर नहीं।
मैच के अंत में, स्टटगार्ट ने भी एक गोल किया जो जेमी लेवेलिंग ने हेडर से दागा, लेकिन वह सिर्फ अंतर कम करने तक ही सीमित रह गया। Bayern Munich ने 2-1 की बढ़त को बनाए रखा और ट्रॉफी अपने नाम की।
इस सुपरकप मुकाबले को इस बार फुटबॉल लीजेंड फ्रांज बेकेनबॉयर को समर्पित किया गया था, और इसे बायर्न की 11वीं सुपरकप जीत के तौर पर दर्ज किया गया। ये जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि टीम की नई शुरुआत और लुइस डियाज़ जैसे नए खिलाड़ियों के आत्मविश्वास की कहानी है।
इस मैच के अलावा जर्मन कप के पहले राउंड में कई मुकाबले और भी हुए, जहां बड़ी टीमें छोटी टीमों के खिलाफ मैदान में उतरीं। वोल्फ्सबर्ग ने एक छोटे क्लब को 9-0 से हराया, वहीं लीपज़िग और हॉफेनहाइम ने भी आसानी से जीत दर्ज की।
हमबर्गर एसवी को एक लोअर डिवीजन टीम के खिलाफ ज़ोरदार मुकाबला खेलना पड़ा, जहां मैच एक्स्ट्रा टाइम तक गया और फिर उन्होंने 2-1 से जीत हासिल की। स्ट. पाउली को जीत के लिए पेनल्टी शूटआउट का सहारा लेना पड़ा। वहीं एक और बड़ा उलटफेर हुआ जब चौथे डिविजन की टीम ने मिरोस्लाव क्लोज़े की टीम को हरा दिया।
इस तरह जर्मन फुटबॉल सीजन की शुरुआत काफी एक्शन और सरप्राइज से भरी रही। बायर्न की जीत से उनके फैन्स को नई उम्मीदें मिली हैं और लुइस डियाज़ ने यह साफ कर दिया है कि वो आने वाले समय में क्लब के लिए कितने अहम साबित हो सकते हैं।
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