मूल्यांकन चिंताओं से फिसला बाजार, सेंसेक्स 330 अंक टूटा, लाल निशान में निफ्टी
Stock Market: चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कमजोर कॉर्पोरेट आय और ऊंचे मूल्यांकन को लेकर बनी चिंताओं के चलते भारतीय शेयर बाजारों ने सोमवार को सतर्क शुरुआत की। निफ्टी 50 सूचकांक 26.20 अंक या 0.10% गिरकर 25,123.65 पर खुला, जबकि बीएसई सेंसेक्स 108.43 अंक या 0.13% की गिरावट के साथ 82,392.04 पर खुला। विशेषज्ञों के अनुसार, यह सतर्कता ऊंचे मूल्यांकन, कमजोर नतीजों और वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण है।
क्या कहते हैं विश्लेषक
बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने बताया कि भारतीय बाजार अभी भी प्रीमियम वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे हैं, जबकि कॉर्पोरेट आय में अब तक कोई ठोस सुधार नहीं दिखा है। साथ ही, वैश्विक धारणा कमजोर बनी हुई है, जिससे विदेशी निवेशकों का प्रवाह भी प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रमोटरों और निजी इक्विटी फंडों द्वारा हो रहे बड़े विनिवेश और नए आईपीओ की मजबूत लाइन-अप से द्वितीयक बाजारों की तरलता पर दबाव है। बग्गा ने आगाह किया कि जब प्रमोटर अपनी प्रमुख संपत्तियाँ बेच रहे हों, तो बाजारों को सतर्क रहना चाहिए। इसके विपरीत, घरेलू रिटेल निवेशक हर गिरावट पर खरीदारी कर रहे हैं, जिससे अंदरूनी निवेशकों को आसानी से बाहर निकलने का मौका मिल रहा है।
व्यापारिक तनाव के बीच अनिश्चितता
वैश्विक स्तर पर भी माहौल तनावपूर्ण है। अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के तहत व्यापारिक तनाव और टैरिफ को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। फेडरल रिजर्व और प्रशासन के बीच मतभेद ने भी बाजार की धारणा को प्रभावित किया है। इस सप्ताह अमेरिकी बाजारों में प्रमुख बैंकों के नतीजे और महंगाई से जुड़े आंकड़े आने वाले हैं, जिन पर निवेशकों की नजर है।
भारत में सेक्टोरल परफॉर्मेंस की बात करें तो केवल निफ्टी ऑटो और पीएसयू बैंक इंडेक्स हरे निशान में खुले, जबकि आईटी इंडेक्स में 1% से अधिक की गिरावट देखी गई। निफ्टी मिडकैप 50 और स्मॉलकैप 1000 सकारात्मक शुरुआत में रहे, लेकिन प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बने रहे।
तकनीकी विश्लेषकों के मुताबिक, 25,000 से 25,127 का दायरा अब अहम समर्थन क्षेत्र बन गया है। यदि निफ्टी 25,100 से नीचे फिसलता है, तो यह 24,900 तक जा सकता है। सुनील गुर्जर के अनुसार, यदि सूचकांक 24,650 पर भी टिक नहीं पाया, तो 23,855 तक की गिरावट संभव है।
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