England Series को लेकर Bumrah पर BCCI ने दी बड़ी Update
बुमराह की फिटनेस पर BCCI का बड़ा बयान
भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले जसप्रीत बुमराह को लेकर काफी चर्चा हो रही है। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े नाम टीम में नहीं हैं, इसलिए बुमराह टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं। लेकिन टीम के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने साफ कर दिया है कि बुमराह शायद पूरी सीरीज में नहीं खेलेंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई पिछली सीरीज में उनकी पीठ की चोट के बाद उनकी फिटनेस और मैचों में गेंदबाजी का दबाव कम करने का विषय बड़ा हो गया है। हालांकि, नेशनल क्रिकेट अकादमी के पूर्व हेड फिजियोथेरेपिस्ट आशीष कौशिक ने बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट को इस मामले में थोड़ा अलग सुझाव दिया है।
आशीष कौशिक का कहना है कि गेंदबाजों की मजबूती बढ़ाना बेहद जरूरी है ताकि वे ज्यादा गेंदबाजी का भार आसानी से संभाल सकें। उन्हें सही ट्रेनिंग और कंडीशनिंग करनी होगी, मैदान पर ज्यादा वक्त बिताना होगा और दौड़ने के जरिए अपनी फिटनेस पर काम करना होगा। इससे वे दूसरे और तीसरे स्पैल्स में भी अच्छी गेंदबाजी कर सकेंगे।कौशिक ने बताया कि हर खिलाड़ी के लिए एक खास ‘वर्कलोड’ यानी गेंदबाजी और कड़ी मेहनत की मात्रा होती है, जिसे ‘एक्यूट टू क्रोनिक वर्कलोड रेशियो’ कहते हैं। अगर यह मात्रा बहुत ज्यादा या बहुत कम हो जाए, तो चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि गेंदबाजों की गेंदबाजी के साथ-साथ उनकी ट्रेनिंग, बल्लेबाजी, फील्डिंग और स्ट्रेंथ वर्क को भी सही तरीके से मापा जाए। किसी भी खिलाड़ी का वर्कलोड अचानक से बढ़ना या घटना सही नहीं है, इससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।
इस बीच, भारत के लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले फिर से केंट पहुंच गए हैं, जहां उन्होंने पहले भी काउंटी क्रिकेट खेला था। 26 साल के अर्शदीप ने इंडियन टीम में अपनी पहली टेस्ट मैच खेलने की उम्मीद जताई है। टीम 13 जून से केंट काउंटी क्रिकेट ग्राउंड पर इंडिया ए के खिलाफ चार दिन का टूर मैच खेल रही है।अर्शदीप को मुख्य रूप से उनकी व्हाइट-बॉल क्रिकेट के लिए जाना जाता है, लेकिन आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स के साथ उनका प्रदर्शन भी शानदार रहा था, जिससे उन्हें टेस्ट टीम में मौका मिला। उन्होंने कहा कि आज की ट्रेनिंग का मकसद अपनी गेंदबाजी की रफ्तार और नियंत्रण फिर से महसूस करना था, क्योंकि लंबे समय से खिलाड़ी व्हाइट बॉल क्रिकेट खेल रहे थे।
उन्होंने बताया, “हम धीरे-धीरे अपनी तैयारी को बढ़ाएंगे, जिससे बैट्समैन के लिए गेंद का सामना करना और मुश्किल होगा।” अर्शदीप की यह मेहनत टीम के लिए एक बड़ा फायदा साबित हो सकती है, खासकर टेस्ट क्रिकेट के चुनौतीपूर्ण माहौल में।