बेल का जूस पीने से पहले जान लें यह कुछ खास बातें, नहीं तो होगा नुकसान
बेल का जूस पीने के फायदे और नुकसान जानें
बेल का जूस इस बेहाल कर देनेवाली गर्मी में एक अच्छा विक्लप है। यह आपको ठंडा और ताजा रखता है। लेकिन बेल का जूस पीने से पहले ये 5 खास बातें जान लें नही तो आपको परेशानी हो सकती है। कहीं ये हेल्दी जूस, आपके लिए अनहेल्दी ना साबित हो जाए। वैसे तो बेल का जूस ठंडा और मूड को ताजा कर देनेवाला होता है और यह पाचन के लिए भी अच्छा होता है, लेकिन इसे कभी भी खाली पेट ना पिएं। यह आपको नुकसान दे सकता है। इससे आपको पेट में दर्द, गैस, सूजन जैसी दिक्कत हो सकती हैं। हमेशा इसे हल्के नाश्ता करने के बाद ही लें। बेल का जूस पाचन के लिए अच्छा होता है, लेकिन इसे अधिक मात्रा में न लें। दिन में 1 गिलास पर्याप्त है। ज्यादा ठंडा जूस गला खराब कर सकता है। डायबिटिक लोग इसे बिना चीनी के पिएं। जूस बनाने से पहले साफ-सफाई का ध्यान रखें और ताजे जूस का ही सेवन करें।
बेल का जूस इस बेहाल कर देनेवाली गर्मी में एक अच्छा विक्लप है। यह आपको ठंडा और ताजा रखता है। लेकिन बेल का जूस पीने से पहले ये 5 खास बातें जान लें नही तो आपको परेशानी हो सकती है। कहीं ये हेल्दी जूस, आपके लिए अनहेल्दी ना साबित हो जाए।
खाली पेट न पिएं बेल का जूस
वैसे तो बेल का जूस ठंडा और मूड को ताजा कर देनेवाला होता है और यह पाचन के लिए भी अच्छा होता है, लेकिन इसे कभी भी खाली पेट ना पिएं। यह आपको नुकसान दे सकता है। इससे आपको पेट में दर्द, गैस, सूजन जैसी दिक्कत हो सकती हैं। हमेशा इसे हल्के नाश्ता करने के बाद ही लें।
बहुत ज्यादा ना लें
कहते हैं, कोई भी चीज एक मात्रा में ली जाए तो सही होता है और ज्यादा हमेशा नुकसान देता है। यही बात बेल के जूस पर भी लागू होती है। अगर आप यह जूस 1 दिन में 2-3 गिलास पी लेतें हैं, तो इससे आपको डिहाइड्रेशन, पेट में भारीपन और कब्ज की दिक्कत हो सकती है। इसलिए 1 दिन में 1 गिलास ही जूस पिएं।
डायबिटिक लोग रहें सावधान
बेल का फल प्रकृतिक तौर पर मीठा होता है, लेकिन अक्सर बेल का जूस बनाते वक्त उसमे चीनी भी मिलाई जाती है। इसलिए डायबिटीज वाले लोगों को बेल का जूस बिना चीनी के पीना चाहिए या पूरी तरह से टाल देना चाहिए।
ज्यादा ठंडा ना पिएं
वैसे तो बेल का जूस प्रकृतिक तौर पर ठंडा होता है, लेकिन अक्सर लोग इसे और ठंडा पीने के लिए इसे फ्रीज में रखते हैं या फिर उसमे बर्फ डालते हैं। ऐसा करने से आपका गला खराब हो सकता है। खासकर बच्चें और बूढ़ों को इससे ज्यादा दिक्कत हो सकती हैं। इसलिए बेल के जूस को हल्का ठंडा कर के पिएं और बर्फ ना डालें।
साफ रखें जगह
अक्सर बेल का जूस बनाते वक्त जगह बहुत गंदी हो जाती है और उस जगह बैक्टीरिया पनपते हैं। जिससे उल्टी-दस्त जैसी परेशानी हो सकती हैं। इसलिए जूस बनाने से पहले हाथ, बर्तन और बेल को अच्छे से धो लें। साथ ही जूस ताजा-ताजा ही पिएं तो आपके लिए ज्यादा सही होगा।
ऐसे बनाए बेल का जूस
बेल का जूस बनाते वक्त चीनी का नहीं, शहद का उपयोग करें।
उसमें स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़ा-सा भुना हुआ जीरा और काला नमक मिलाएं।
जूस को और ठंडक देने के लिए कुछ पुदीना के पत्ते पीसकर मिलाएं।
लीजिए आपका बेहद ही स्वादिष्ट बेल का जूस तैयार है।