जानिए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लाभ औऱ संबंध
वैश्विक बाजार में व्यापार के लाभकारी पहलू
एक देश का दूसरे देश के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पार आयात-निर्यात करना अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है। बेहतर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में वस्तुओं और सेवाओं का आयात निर्यात करना तभी संभव हो पाता है जब एक देश के दूसरे देश के साथ गहरे संबंध होते है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार भारतीय व्यवसायों को वैश्विक बाज़ारों तक पहुँचने का मौका देता है, जिससे विकास, नवाचार और राजस्व के अवसर पैदा होते हैं। आयात करने का मतलब घरेलू देश या अपने देश में लाई गई वस्तु या सेवा है और निर्यात का मतलब अपने देश से किसी विदेशी देश को बेची गई वस्तु या सेवा है।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार क्या होता है
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का मतलब दो देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान या आयात-निर्यात करना होता है। इसमें हवाई, जमीन और समुद्र परिवहन के रास्तों से आयात और निर्यात किया जाता है। वस्तुओं और सेवाओं का आयात और निर्यात मिलकर दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों और विकास को बढ़ावा देते हैं। आर्थिक संबंधों के इन रूपों में बढ़ावा होने को ही वैश्वीकरण के नाम से जाना जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के क्या लाभ हैं ?
अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पार व्यापार करने से दोनों देशों को कई तरह के लाभ मिलते है।
1. अपने देश में पर्याप्त संसाधनो की मांग के अभाव में देश मांग के अनुसार संसाधनों का निर्यात करके अपने संसाधनों का बेहतर उपयोग कर सकते हैं।
2. कई ऐसी सेवाएँ और उत्पाद होते है जो किसी देश में उपलब्ध नहीं हैं, उन्हें दूसरे देशों से आयात किया जा सकता है।
3. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार देश की आर्थिक गतिविधि को बढ़ाने में मदद करता है अगर देश की आर्थिक गतिविधि बढ़ती है तो उस देश का सकल घरेलू उत्पाद भी बढ़ता है।
4. बड़ी मात्रा वस्तुओं का निर्यात और आयात करने से रोजगार के अवसर पैदा होते है, अधिक उद्योग स्थापित होते हैं अंतराष्ट्रीय सीमाओं के पार व्यापारकरने से विनिर्माण, परिवहन, शिपिंग क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करता है।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से मजबूत होते है दोनों देशों के संबंध
दो देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं के आयात और निर्यात करने से देशों के बीच कूटनीतिक संबंध मजबूत होते हैं। क्योंकि देश व्यापार के माध्यम से एक-दूसरे पर ज्यादा निर्भर होते हैं। इस निर्भरता से दोनों देश लाभकारी नीतिगत निर्णय ले सकते है। आर्थिक संबंध मजबूत होने से दोनों देशों के बीच साझेदारी औऱ समझ भी मजबूत होती है जिससे दोनों देशों के बीच बेहतर संचार होता है।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के प्रकार
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को दो भागों में विभाजित किया गया है पहला द्विपक्षीय व्यापार और दूसरा बहुपक्षीय व्यापार।
1. द्विपक्षीय व्यापार
द्विपक्षीय व्यापार में सिर्फ दो देशों के बीच व्यापार होता है जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेशों को बढ़ाने का होता है।
2. बहुपक्षीय व्यापार
जब एक देश दो से अधिक देशों के बीच व्यापार करता है उसे बहुपक्षीय व्यापार कहते है। बहुपक्षीय व्यापार में सभी देशों का एक बड़ा नेटवर्क होता है।