Bengaluru FC की आर्थिक मुश्किलें बढ़ीं, सभी खिलाड़ियों और स्टाफ की सैलरी पर लगी रोक
बेंगलुरु का नाम इन दिनों खेलों की दुनिया में खूब चर्चा में है। पहले आईपीएल 2025 जीतकर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 18 साल बाद ट्रॉफी उठाई, लेकिन उसकी जीत की खुशी काफ़ी भारी पड़ गई। विक्ट्री परेड में भगदड़ मचने से 11 फैंस की मौत हो गई, और इस मामले में अब RCB पर केस चल रहा है। अब इसी शहर का मशहूर फुटबॉल क्लब बेंगलुरु एफसी (Bengaluru FC) भी मुश्किलों में फंसा नजर आ रहा है। क्लब ने एक बड़ा और चौंकाने वाला फैसला लेते हुए अपने सभी खिलाड़ियों और स्टाफ की सैलरी पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी है।
बेंगलुरु एफसी, जो JSW ग्रुप के अंतर्गत आता है, ने सोमवार देर रात एक बयान जारी कर बताया कि इंडियन सुपर लीग (ISL) के भविष्य को लेकर लगातार बनी अनिश्चितता की वजह से यह फैसला लिया गया है। क्लब ने कहा कि वह खिलाड़ियों, कोच और उनके परिवारों की भलाई को ध्यान में रखते हुए यह कठिन निर्णय लेने को मजबूर हुआ है। ISL भारत का सबसे बड़ा फुटबॉल टूर्नामेंट है, लेकिन इस साल और आने वाले सीज़नों को लेकर स्थिति साफ़ नहीं है। AIFF (ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन) और FSDL (फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड) के बीच मास्टर राइट्स एग्रीमेंट (MRA) को लेकर कई महीनों से विवाद चल रहा है। यह एग्रीमेंट दिसंबर 2025 में खत्म हो रहा है और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की वजह से नया MRA अब तक फाइनल नहीं हो पाया है।
इसी वजह से FSDL ने कुछ हफ्ते पहले ISL के 2025-26 सीजन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। इसके कारण कई क्लबों में आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। ओडिशा FC जैसे कुछ क्लबों ने तो अपने खिलाड़ियों और स्टाफ के कॉन्ट्रैक्ट भी अस्थायी रूप से रद्द कर दिए हैं . बेंगलुरु एफसी ने कहा कि भारत में फुटबॉल क्लब चलाना हमेशा से चुनौती भरा रहा है, लेकिन उन्होंने हर सीजन में पूरी मेहनत और ईमानदारी से मुकाबला किया है। क्लब ने यह भी साफ किया कि पुरुष और महिला युवा टीमों के साथ-साथ BFC सॉकर स्कूल इस फैसले से प्रभावित नहीं होंगे। क्लब ने AIFF और FSDL से अपील की है कि वे आपसी मतभेद को जल्द से जल्द सुलझाएं, ताकि टूर्नामेंट का भविष्य तय हो सके और खिलाड़ियों की आजीविका सुरक्षित रहे।
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