आप भी चाहते हैं सुकून के कुछ पल अकेले में बिताना तो भारत के इन गुमनाम शहरों का रुख जरूर करें
हम सभी लोग अक्सर कहां घूमने जाए इस बात को लेकर बहुत ज्यादा कंफ्यूज रहते हैं और लास्ट में फिर हम उसी जगह जाने का प्लान बना लेते हैं
07:30 AM Sep 04, 2019 IST | Desk Team
हम सभी लोग अक्सर कहां घूमने जाए इस बात को लेकर बहुत ज्यादा कंफ्यूज रहते हैं और लास्ट में फिर हम उसी जगह जाने का प्लान बना लेते हैं जहां पर हम पहले भी घूम कर आ चुके हैं। ऐसा आपके साथ दोबारा से ना हो इसलिए हम आपको देश के उन छोटे शहरों के बारे में बताने वाले हैं जो बड़े शहरों की मोह माया से एकदम दूर,शांत और मनोरम घाटियों में बसे हुए हैं।
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यदि आप गर्मी की छुट्टियों में कहीं नहीं घूमने जा पाएं तो यही ठीक समय है घूमने जाने का क्योंकि इस मौसम में न तो ज्यादा सर्दी होती है और न ज्यादा गर्मी। ऐसे में इन शहरों की खूबसूरती देख आप यहां के दीवाने हो जाएंगे।
1.राजगुंध, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश की वादियों में छुपा हुआ एक बहुमूल्य रत्न है राजगुंध,जो बिलिंग और बरोट घाटी के बीच में स्थित है। ये सुंदर गांव घाटियों में ऐसे छुप कर बसा हुआ है जहां पर बहुत से मुसाफिरों को इसके बारे में अभी तक जानकारी तक नहीं है। ये बेहद खूबसूरत जगह धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं से घिरी हुई है। इस गांव में पहुंचने के लिए यदि आप बिलिंग से शुरूआत करते हैं तो आपको 14 कि.मी की चढ़ाई करनी होगी।
2.भीमताल
नैनीताल से करीब 22 कि.मी. की दूरी पर स्थित भीमताल की सुंदरता और शांति देख आप इस जगह के जबरा फैन हो जाएंगे। भीमताल में आप नाव चलाने का लुफ्त उठा सकते हैं। यहां पर झील किनारे आप हरियाली और कुदरत की खूबसूरती का बेहतरीन नजारा भी देख सकते हैं। भीमताल में घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है।
3.तीर्थन घाटी
हिमाचल प्रदेश में वैसे तो एक से बढ़कर एक घूमने के लिए जगह है लेकिन इन्हीं में से एक ऐसा छोटा सा कस्बा है जो अन्य गांवों से काफी ज्यादा अलग है। इस जगह का नाम तीर्थन घाटी है। तीर्थन नदी की जलधारा के पास बैठ कर आपका सारा तनाव दूर हो जाएगा। इस नदी का पानी इतना ज्यादा साफ है कि बैठे-बैठे आपको कई ऐसी अलग-अलग मछलियां देखने को मिल जाएंगी जो शायद आपने पहले कभी न देखी हो।
4.बीर
धर्मशाला से करीब 70 कि.मी. की दूरी पर स्थित बीर पहाड़ों में बसा हुआ एक छोटा सा शहर जहां आप सुकून के कुछ पलों को बीता सकते हैं।
इस जगह तिब्बती संस्कृति की जड़ें बहुत गहराई से फैली हुई है। यहां पर आकार आप अलग मठों में तिब्बती धर्म की शिक्षा भी ले सकते हैं। अगर आपका मन हो तो पास में ही स्थित गुनेहर गांव में बहती नदी भी आप देखने जा सकते है।
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