Rajasthan: दलित नेता प्रतिपक्ष से परेशान है Bhajanlal सरकार: टीकाराम जूली
सरकार दलित नेता के सवालों से बच रही है: टीकाराम जूली
राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह अजीब है कि इस सरकार से एक दलित नेता प्रतिपक्ष हजम नहीं हो रहा है।जूली ने आरोप लगाया कि वह जब भी सरकार से सवाल करते हैं, तो सत्ता पक्ष के पेट में दर्द होने लगता है। उन्होंने कहा, “आप नहीं चाहते कि कोई आपसे सवाल पूछे।”
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नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा सत्र के दौरान माइक बंद करने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “पिछली बार भी मेरा माइक बंद कर दिया गया था और इस बार जब मैंने विधानसभा में एक बलात्कार पीड़िता की आवाज उठाई, तो मेरा माइक फिर से बंद कर दिया गया। विधानसभा में दलित, पिछड़े और गरीब लोगों की आवाज को मजबूती से उठाने का संकल्प लेते हुए उन्होंने कहा, “मैं किसी से दबूंगा नहीं और इन वर्गों की आवाज पूरी ताकत से सदन में उठाऊंगा।”
इसके साथ ही, जूली ने शाहपुरा में ‘राजीव गांधी वन’ का नाम बदलकर ‘अटल वन’ करने के फैसले पर भी सवाल उठाया। उन्होंने सरकार से कहा, “अगर आपको काम करना है तो नया वन बनाइए और उसका नाम रखिए।”
टीका राम जूली ने कहा कि राज्य विधानसभा पूरे 12 महीने में केवल 25 दिन ही चलती है, लेकिन फिर भी सरकार यह नहीं चाहती कि विधानसभा ठीक से चले। जब विधानसभा में कोई सवाल उठाया जाता है, तो मंत्री को उस पर जवाब देना होता है। लेकिन सरकार किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करना चाहती है। घोटालों के मामलों में जांच और कार्रवाई में देरी क्यों हो रही है, सरकार को इसका जवाब देना चाहिए।