Bharti Singh gender reveal controversy : जेंडर टेस्ट का ड्रामा! Bharti Singh ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं 'मैं कानून नहीं तोड़ती
Bharti Singh gender reveal controversy : कॉमेडी की क्वीन कहे जाने वाली भारती सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। लेकिन इस बार वजह उनका कोई शो या मजेदार वीडियो नहीं, बल्कि एक अफवाह है जो सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैल रही है। लोगों का कहना है कि भारती सिंह ने विदेश में अपने होने वाले बच्चे का जेंडर (लड़का या लड़की) टेस्ट करवाया है। ये बात इतनी फैली कि कई लोग उन्हें ट्रोल करने लगे और कुछ यूट्यूब चैनल्स ने भी इस पर वीडियो बना दिए। लेकिन अब खुद भारती सिंह ने सामने आकर सच्चाई बताई है और इन बातों को पूरी तरह झूठा बताया है।
Bharti Singh gender reveal controversy
Bharti Singh gender test : भारत में जेंडर टेस्ट करना क्यों गलत है?
भारत में किसी भी गर्भवती महिला के बच्चे का जेंडर (लिंग) टेस्ट करवाना कानून के खिलाफ है। इसका मतलब है कि डॉक्टर या कोई मेडिकल सेंटर यह नहीं बता सकता कि पेट में पल रहा बच्चा लड़का है या लड़की।
ये नियम इसलिए बनाया गया है ताकि बेटियों के साथ भेदभाव ना हो और भ्रूण हत्या (गर्भ में ही लड़की को मार देना) को रोका जा सके। इस कानून का नाम है – Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques (PCPNDT) Act, 1994
अगर कोई इस कानून को तोड़ता है, तो उसे जेल भी हो सकती है और जुर्माना भी लग सकता है।
अफवाहें कैसे शुरू हुईं?
कुछ दिन पहले Bharti Singh अपने पति हर्ष लिम्बाचिया के साथ विदेश यात्रा पर गई थीं। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया कि वे विदेश इसलिए गई थीं ताकि बच्चे का जेंडर टेस्ट करवा सकें। बिना किसी सबूत के ये बात फैलती गई और कुछ लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें होने लगीं, जैसे विदेश जाकर बच्चे का लिंग पता किया होगा। लोग तो उनको ये बोलके ट्रोल करने लगे की "सेलेब्रिटीज को कानून की परवाह नहीं होती।" "इनका क्या, ये तो पैसे वाले हैं, कानून से बच जाएँगे।"
भारती सिंह का साफ जवाब
जब ये बातें बहुत ज़्यादा बढ़ने लगीं, तो भारती सिंह ने खुद सामने आकर इस मुद्दे पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा- “लोग बोल रहे हैं कि मैंने विदेश जाकर बच्चे का जेंडर टेस्ट करवाया। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। मैं कभी भी कानून के खिलाफ नहीं जाऊंगी। मुझे बस एक हेल्दी (स्वस्थ) बच्चा चाहिए, चाहे लड़का हो या लड़की।” उन्होंने आगे कहा कि उनका परिवार भी ऐसी सोच नहीं रखता। वे बस बच्चे की सेहत को प्राथमिकता देते हैं।
सोशल मीडिया पर मिला मिला-जुला रिएक्शन
जैसे ही भारती ने अपनी बात रखी, सोशल मीडिया पर लोगों की राय भी बंट गई। कुछ लोग भारती के सपोर्ट में आए और बोले कि उनके साथ गलत हो रहा है।
एक यूजर ने लिखा- “जब तक कोई सबूत नहीं हो, तब तक किसी पर आरोप लगाना गलत है।”
एक और ने कहा- “भारती हमेशा पॉजिटिव बातें करती हैं। उन्हें इस तरह से टारगेट करना ठीक नहीं है लेकिन कुछ लोग अब भी शक कर रहे हैं। उनका कहना है कि सेलेब्रिटीज़ को स्पेशल ट्रीटमेंट मिलता है और वे कानून से बच निकलते हैं।
सेलिब्रिटी और अफवाहें
भारती सिंह से पहले भी कई महिला सेलेब्रिटी को इस तरह की अफवाहों का सामना करना पड़ा है। जैसे - करीना कपूर खान की प्रेग्नेंसी के समय भी कई तरह की बातें हुई थीं। अनुष्का शर्मा और आलिया भट्ट को भी सोशल मीडिया पर बेवजह ट्रोल किया गया।
ऐसे में सवाल उठता है — क्या सेलेब्रिटी होना आसान है? शायद नहीं। उन्हें हर बात के लिए जवाब देना पड़ता है, चाहे वह सच हो या झूठ।
मीडिया की भी भूमिका है
इस पूरे मामले में मीडिया की जिम्मेदारी भी बनती है। कुछ यूट्यूब चैनल्स और वेबसाइट्स ने बिना जांच किए इस अफवाह को फैलाया, जिससे लोगों को लगा कि बात सच है। सिर्फ व्यूज़ और लाइक्स पाने के लिए किसी की पर्सनल लाइफ में दखल देना सही नहीं है। यह ना सिर्फ गलत जानकारी फैलाता है, बल्कि लोगों की छवि (इमेज) भी खराब करता है।
हर सेलेब्रिटी की भी एक निजी जिंदगी होती है
भारती सिंह इस समय गर्भवती हैं, और यह समय किसी भी महिला के लिए बहुत संवेदनशील होता है। ऐसे में उन पर इस तरह के झूठे आरोप लगाना मानसिक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। एक जिम्मेदार समाज के रूप में हमें यह सोचना चाहिए कि बिना सबूत किसी पर आरोप लगाना गलत है। हर सेलेब्रिटी की भी एक निजी जिंदगी होती है, उसका सम्मान करना चाहिए। ट्रोलिंग किसी को मानसिक रूप से बहुत परेशान कर सकती है।