भूपेश बघेल का दावा- भाजपा को लोकतंत्र में विश्वास नहीं, जल्द ही छत्तीसगढ़ में पड़ेगे ईडी और आईटी के छापे
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को कहा कि उनके राज्य में भी जल्द प्रर्वतन निदेशालय एवं आयकर विभाग के छापे पड़ते नजर आएंगे, क्योंकि झारखंड के सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के विधायक रायपुर के समीप एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं।
11:50 PM Sep 02, 2022 IST | Shera Rajput
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को कहा कि उनके राज्य में भी जल्द प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) एवं आयकर (आईटी) विभाग के छापे पड़ते नजर आएंगे, क्योंकि झारखंड के सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के विधायक रायपुर के समीप एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं।
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राजधानी रायपुर के हेलीपैड पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बघेल ने दावा किया, ‘‘ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। झारखंड के विधायक छत्तीसगढ़ में आकर रूके हैं। हमने उनका स्वागत किया है और अब भारतीय जनता पार्टी के लोग वहां प्रदर्शन कर रहे है, उनका विरोध कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “मेरे शुभचिंतकों ने मुझे बताया है कि बहुत जल्द यहां ईडी, आईटी का छापा पड़ने वाला है, क्योंकि हमने लोकतंत्र को बचाने के लिए झारखंड के विधायकों को यहां ठहराया है।”
उन्होंने कहा, ‘‘वह (झारखंड के विधायक) यहां आए हैं। वह कहीं भी जा सकते थे, लेकिन वह छत्तीसगढ़ आए। मैं जानता था कि यहां रूकवाउंगा तो यहां ईडी, आईटी के छापे पड़ेंगे, लेकिन फिर भी लोकतंत्र के लिए यह बेहद जरूरी है। पहले भी मैं बताता रहा हूं कि ईडी, आईटी का छापा पड़ने वाला है।”
झारखंड मुक्ती मोर्चा (झामुमो)-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन ने झारखंड में जारी राजनीतिक संकट के बीच मंगलवार को अपने 32 विधायकों को रायपुर भेज दिया। विधायक नवा रायपुर के आलीशान रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं।
वहीं रिसॉर्ट में ठहरे चार मंत्री कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए बुधवार को रांची चले गए थे जबकि एक अन्य विधायक अपने सहयोगियों के पास रांची से रिसॉर्ट पहुंचे थे।
राज्य में कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन संप्रग विधायकों के साथ रायपुर नहीं आए हैं, लेकिन झामुमो के कुछ वरिष्ठ नेता उनके साथ हैं।
झारखंड के विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ लाभ के पद के मामले में निर्वाचन आयोग में याचिका दायर की थी। निर्वाचन आयोग ने 25 अगस्त को राज्य के राज्यपाल रमेश बैस को अपना फैसला भेज दिया है।
गौरतलब है कि भाजपा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने आज उस रिसॉर्ट के सामने विरोध प्रदर्शन किया जहां झारखंड के विधायक रूके हुए हैं।
भाजयुमो का आरोप है “झारखंड में अराजकता है और कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है। बेटियां अब वहां सुरक्षित नहीं हैं और ऐसे में सत्तारूढ़ संप्रग गठबंधन के विधायक रायपुर में पिकनिक मना रहे हैं।”
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